रायपुर। छत्तीसगढ़ डायसिस के पादरी, पदाधिकारी, कार्यकारिणी समिति के सदस्य एवं कलीसियाओं के पदाधिकारी पांच दिवसीय कोलकाता डायोसिस के स्टडी टूर पर थे। छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप सर द राइट रेव्ह अजय उमेश जेम्स ने अध्ययन दल की अगुवाई की।
चर्च आफ नार्थ इंडिया की कोलकाता डायोसिस के आत्मिक व सेवकाई के विकास का अध्ययन किया गया। डायसिस के उपाध्यक्ष पादकी केएल बर्मन, सचिव नितिन लारेंस, कोषाध्यक्ष अजय जॉन के साथ कोलकाता डायोसिस द्वारा संचालित नर्सिंग कॉलेज, म्युजिक क्लासेस, वृद्धाश्रम, अनाथाश्रम, शिक्षण संस्थानों एवं समाजसेवी कार्यों की जानकारी वहां के पदाधिकारियों से ली गई।
कोलकाता डायसिस के सेंट थॉमस स्कूल, सेंट पॉल्स कैथेड्रल, सेंट स्टीफन चर्च समेत कई ऐतिहासिक व टूरिस्ट स्थानों का भ्रमण किया गया। कोलकाता डायोसिस के बिशप द राइट रेवरेंड परितोष कैनिंग ने कलीसियाओं, पादरियों, संस्थाओं व संस्थानों की के विकास के लिए बनाई गई योजनाओं एवं उन्हें धरातल पर किस तरह उतारा गया, इसकी जानकारी दी।
छत्तीसगढ़ डायसिस के बिशप व पदाधिकारियों ने बिशप कैनिंग, सेंट थॉमस स्कूल के प्राचार्य सुमन बिश्वास व उनकी टीम को छत्तीसगढ़ आने का न्यौता दिया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। इस मौके पर डायसिस कार्यकारिणी के सदस्य जयदीप राबिंसन, सुशील गुप्ता, सिल्विया सॉय, पादरी सैमसन सामुएल, पादरी सुषमा कुमार, पादरी एस. टोप्पो पादरी एच तिमथी, पादरी, निर्मल कुमार, पादरी शैलेष सालोमन, पादरी असीम प्रकाश विक्रम, पादरी एस. अधिकारी, पादरी एस रामा, पादरी समीर फ्रेंकलीन, पादरी रवींद्र मसीह, पादरी, मनीष मसीह, पादरी उदय सिंह, पादरी अनुजा छत्तर, पादरी अतुल आर्थर, पादरी भावना आर्थर, पादरी अब्राहम दास, पादरी इस्माइल मसीह, पादरी ए. कोरी, पादरी अनीश मसीह, पादरी अशोक मसीह, पादरी लारेंस राज, पादरी डीकन देवचरण चतुर्थी, पादरी पंकज गुलजार, पादरी राजेश लाल, पादरी सुबोध कुमार, पादरी सुशील मसीह, पादरी नवीन मसीह, पादरी ए. वानी, पादरी के. खुटे, पादरी आशीष वानी, पादरी आकाश डेविड, पादरी प्रेमेंद्र सिंग, पादरी डीकन प्रभाष लाल, पादरी पवन कुमार, डीकन विपिन वासनिक, पादरी अजय मार्टिन, मनशीश केजू, अमित दास, विकास पॉल आदि भी विशेष रूप से शामिल हुए। रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, महासमुंद, बलौदाबाजार, भाटापारा, परसाभदेर, विश्रामपुर, तिल्दा, सिमगा, जोरा, कोरबा, धर्मजयगढ़, अंबिकापुर, मुंगेली, तखतपुर, बागबहरा, दल्ली राजहरा, पेंडा – गौरेला, खरसिया, सक्ती, बैतलपुर जरहागांव- मोतिमपुर, भिलाई आदि से भी प्रतिनिधि शामिल हुए।