रायपुर। राजधानी के सरोना के 250 साल पुराने गौरीशंकर मंदिर की खूबसूरती व कला को कैनवास पर उतारने बड़े -बड़े कलाकार जुटे। इनमें डॉक्टर, इंजीनियर, आर्किटैक्ट, प्रोफेशल आर्टिस्ट भी शामिल थे। खास बात यह कि इसमें कलाकारों के लिए एज लिमिट नहीं थी। राजातालाब निवासी 14 वर्षीय ऐलन ज्यूड जॉन्स इनमें सबसे छोटा था। वह केपीएस डूंडा में नवमी का छात्र है। सभी ने पैंट से तस्वीर उकेरी जबकि ऐलन ने पैंसिल से स्कैच बनाया। आर्ट पिटारा ने भूली बिसरी धरोहरों पर फोकस करने इसका आयोजन किया था। हाल ही में ऐलन ने 140 साल पुराने सेंट पॉल्स कैथेड्रल का भी स्कैच बनाया था। वह कई प्रतियोगिताओं में सम्मानित हो चुका है।