288 जानों का जिम्मेदार कौन? रेल मंत्री कब देंगे इस्तीफा? विपक्ष ने उठाई मांग

Odisha Train Accident: ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. इस हादसे में अब तक 288 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है. हादसे को लेकर विपक्ष केंद्र की भाजपा सरकार पर लगातार हमलावर है. महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट ने ओडिशा ट्रेन हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के इस्तीफे तक की मांग कर दी है.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बालासाहेब थोराट ने कहा कि केंद्र सरकार संवेदनशील नहीं थी और यह जानने की मांग की कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए बहुप्रचारित ‘कवच’ टक्कर रोधी तंत्र का क्या हुआ. थोराट ने मांग की, “प्रधानमंत्री द्वारा नई ट्रेनों के उद्घाटन के समय भी रेल मंत्री को कभी नहीं देखा गया. उन्हें इस दुखद दुर्घटना के बाद इस्तीफा दे देना चाहिए.”

ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की भयानक टक्कर में मरने वालों की संख्या 288 पहुंच चुकी है. हादसे में लगभग 900 लोग घायल हुए हैं. 20 से अधिक वर्षों में यह देश की सबसे घातक रेल दुर्घटना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेन दुर्घटना स्थल का दौरा करने बालासोर पहुंच हैं. वे कटक के अस्पतालों में घायल लोगों से मिलेंगे.

दुर्घटना में बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी की भवायह टक्कर हुई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि डिब्बे हवा में ऊंचे उठ गए, मुड़ गए और फिर पटरी से उतर गए.

रेलवे प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा, “बचाव अभियान पूरा हो गया है और अब बहाली के काम पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.” रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि ट्रेन दुर्घटना की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया जाएगा. मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भीषण ट्रेन हादसे के मद्देनजर एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है.

वैष्णव ने मरने वालों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपये और दुर्घटना में मामूली रूप से घायल हुए लोगों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. पीएम मोदी ने भी दुर्घटना पर दुख व्यक्त किया और पीएम के राष्ट्रीय राहत कोष (पीएमएनआरएफ) से मृतकों के परिवार के लिए 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे की घोषणा की.

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट किया कि वह मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत रूप से स्थिति की लगातार निगरानी कर रही हैं. दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन में हावड़ा-चेन्नई मेन लाइन पर हुए हादसे के कारण 48 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, 39 को डायवर्ट किया गया है और 10 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है.

error: Content is protected !!