बालासोर. ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे (Odisha Train Accident) के बाद करीब 90 ट्रेन को रद्द किया गया है, जबकि 46 ट्रेन के मार्ग में परिवर्तन किया गया है. इसके साथ ही 11 ट्रेन को उनके गंतव्य से पहले ही रोक दिया गया है. हादसे के कारण प्रभावित ज्यादातर ट्रेन दक्षिण और दक्षिण-पूर्व रेलवे जोन की हैं. शुक्रवार को हुए भीषण रेल हादसे में अभी तक 288 यात्रियों की मौत होने की सूचना है.
भारतीय रेल के दो जोन द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, दक्षिण पूर्व रेलवे ने चेन्नई-हावड़ा मेल, दरभंगा-कन्याकुमारी एक्सप्रेस और तीन जून को चलने वाली कामख्या-एलटीटी एक्सप्रेस को रद्द कर दिया है. रेलवे ने चार जून को चलने वाली पटना-पुरी विशेष ट्रेन भी रद्द कर दी है.
दक्षिण रेलवे ने तीन जून की रात 11 बजे मंगलोर से रवाना होने वाली मंगलोर-संतरागाछी विवेक सुपरफास्ट एक्सप्रेस, चार जून को चेन्नई से सुबह सात बजे रवाना होने वाली डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल – शालीमार कोरोमंडल एक्सप्रेस, चार जून को चेन्नई से सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर रवाना होने वाली डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल – संतरागाछी एसी सुपरफास्ट ट्रेन को भी रद्द कर दिया है.
दक्षिण रेलवे ने रंगपाड़ा उत्तर – इरोड सुपरफास्ट विशेष ट्रेन, छह जून को गुवाहाटी से सुबह छह बजकर 20 मिनट पर रवाना होने वाली गुवाहाटी – श्री एम. विश्वेश्वरैय्या बेंगलुरु सुपरफास्ट एक्सप्रेस, सात जून को कामख्या से दोपहर दो बजे रवाना होने वाली कामख्या – श्री एम. विश्वेश्वरैय्या बेंगलुरु एसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस को भी रद्द कर दिया है. रेलवे ने 11 ट्रेनों को उनके गंतव्य से पहले रोकने का निर्णय लिया है. दक्षिण पूर्व रेलवे ने हादसे से प्रभावित यात्रियों के रिश्तेदारों को मौके तक ले जाने के लिए तीन जून को दोपहर चार बजे हावड़ा से बालासोर तक एक विशेष मेमू (एमईएमयू) ट्रेन चलायी है. यह ट्रेन संतरागाछी, उलूबेरिया, बागनान, मछेड़ा, पानस्कुरा, बालिचाक, खड़गपुर, हिजली, बेल्दा और जलेश्वर में रूकेगी.
दक्षिण रेलवे भी हादसे से प्रभावित लोगों के परिजनों/रिश्तेदारों के लिए चेन्नई से भद्रक तक विशेष ट्रेन चला रहा है. शनिवार शाम तक उपलब्ध आंकड़ों के आधार पर अधिकारियों ने बताया कि इस हादसे में अभी तक 288 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है. ओडिशा सरकार के अधिकारियों ने शनिवार रात करीब आठ बजे बताया कि लगभग 1,175 यात्रियों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया, जिनमें से 793 को छुट्टी दे दी गई और 382 का इलाज चल रहा है. उन्होंने कहा कि दो मरीजों को छोड़कर सभी की हालत स्थिर है.