नई दिल्ली: देश के खिलाफ आतंकी हमलों से लेकर देश विरोधी साजिश में शामिल आतंकियो के खिलाफ चल रहे कानूनी मुकदमों पर पाकिस्तान (Pakistan) पैनी नजर रख रहा है. भारतीय जांच एजेंसियों (Indian Investigation Agencies) को आशंका है कि पाकिस्तान, जेलों में बंद खतरनाक आतंकियों की मदद के लिए भारतीय जांच एजेंसियों की जांच रिपोर्ट पर कड़ी नजर रख रहा है. जिससे इन आतंकियो को ये बताया जा सके कि जांच में कहां-कहां कमी है ताकि वो इसका कानूनी फायदा उठा सके.
चार्जशीट पर नजर
सुत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान जांच एजेंसियों की चार्जशीट पर खास नजर रख रहा है और यही वजह है कि कई जांच एजेंसियां अपनी रिपोर्ट को ऑनलाइन अपलोड करने में बारीक से बारीक सावधानी बरत रही हैं.
जांच एजेंसियां से जुड़े एक अधिकारी ने ज़ी मीडिया को बताया कि कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिसमें जब हमने चार्जशीट या FIR की कॉपी अपलोड की तो उसे पाकिस्तान में प्रिंट करने के बाद जांच से जुड़े फैक्ट्स की स्टडी के बाद उससे जुड़ी अहम जानकारियां जेल में बंद आतंकियों तक पहुंचाई, ताकि उन्हें बचाया जा सके.
आईएसआई की साजिश
आपको बता दें कि जेल में बंद कई कश्मीरी अलगवादियों और आतंकियों के खिलाफ जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police) से लेकर देश की कई जांच एजेंसियों उनके टेरर लिंक के सबूत जुटा कर चार्जशीट फाइल कर रही हैं. इनमें से कई ऐसे आतंकी हैं जिनका पाकिस्तान की ISI से सीधा संबंध हैं. कई ऐसे भी आतंकवादी हैं जो पाकिस्तान से हैं और भारत की जेलों में बंद है.
साख प्रभावित करने की कोशिश
सुरक्षा से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक आतंकियो को भारतीय जांच एजेंसियों की करवाई से बचाने के साथ ही पाकिस्तान दुनिया को ये भी बताना चाहता है कि बिना सबूत और सही जांच के आधार पर निर्दोष लोगों को जेलों में बंद किया जा रहा है जिससे भारत की बढ़ती साख पर दाग लगाया जा सके.
ऐसे में कुछ जांच एजेंसियां चार्जशीट की कॉपी या FIR को अपने वेबसाइट पर अपलोड करने में सावधानी बरत रही हैं ताकि इसका फायदा देश विरोधी ताकतों को न मिल सके.