Kota News: कोटा के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में सीवरेज लाइन का कार्य करते समय हुआ बड़ा हादसा है. इस हादसे में सीवरेज लाइन का काम कर रहे तीन श्रमिकों की करीब 25 फुट गहरे गड्ढे में गिरने के कारण मौत की मौत हो गई. वहीं एक श्रमिक को बचा लिया गया. उसे इलाज के लिए एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं इस हादसे में जान गवाने वााले तीनों श्रमिक झाबुआ जिले के रहने वाले थे.
ये हादसा मंगलवार चार बजे हुआ. मामले की जानकारी देते हुए पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल ने बताया कि मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के निवासी गलिया (33), करे सिंह (30) और कमल (25) की दम घुटने से मौत हुई है. पुलिस उपाधीक्षक शंकर लाल ने बताया कि उन्होंने बताया कि, तीनों मजदूर विवाहित थे. पुलिस ने तीनों मजदूरों के शव को मोर्चरी में रखवाया है, जबकि एक अन्य मजदूर रवि को सुरक्षित निकाल लिया गया. मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है. उनके आने के बाद मेडिकल बोर्ड की टीम ने पोस्टमार्टम करवाया जाएगा.
दिया जाएगा मुआवजा
वहीं आरयूआईडीपी के एसी राकेश गर्ग ने बताया कि मजदूर खाली सिवरेज की सफाई के लिए टैंक में उतरे थे, टैंक पूरा खाली था और सिवरेज के कनेक्शन भी नहीं हुए थे. ऐसे में एक मजदूर को उतारा, तो वो बेहाश हो गया. इसके बाद तीन और मजदूरों को उतारा गया. एक मजदूर तो बाहर आ गया, जबकी तीन वहीं रह गए. गर्ग ने बताया कि संभवतया दम घुटने से उनकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि कम्पनी की और से मजदूरों के परिजनों को मुआवजा दिया जाएगा.
निगम ने रेस्क्यू कर निकाले तीन शव
उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही की बात पर उन्होंने कहा कि पूरे शहर में इसी तरह से काम कर रहे हैं. कहीं भी समस्या नहीं आई क्योंकि सिवरेज लाइन चालू नहीं हैं, इसलिए गैस नहीं बनती और चैम्बर के ढक्कन को दो दिन पहले ही खोल दिया जाता है. फिर भी क्या लापरवाही रही यह जांच का विषय है. वहीं घटना की सूचना मिलते ही नगर निगम की रेस्क्यू टीम को सूचना दी गई. मौके पर पहुंचे रेस्क्यू दल ने मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडर के सहारे चैम्बर में उतरकर मजदूरों को रस्सी के सहारे निकाला और तत्काल अस्पताल लेकर गए, जहां तीन को मृत घोषित कर दिया.
निगम के गोताखोर अमजद ने बताया कि एक-एक कर सभी को बाहर निकाला गया, जिसमें एक की जान बच गई, जबकी तीन की मौत हो गई. सीवरेज में करीब 25 फीट का गढ्ढा है. बता दें कुन्हाडी थाना क्षेत्र के बालिता गांव में राजस्थान अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम द्वारा सीवरेज की सफाई करवा रहा था. वहां पर 9 मजदूर और अधिकारी के साथ ठेकेदार के सुपरवाइजर काम कर रहे थे. एक मजदूर देवी लाल ने बताया कि सबसे पहले केरे सिंह को चैम्बर में उतारा गया, जब वह नहीं आया तो दूसरे को भेजा. वह भी नहीं आया तो एक-एक कर दो और मजदूर उतारे गए, जिसमें से एक रवि केवल बाहर आया और बाकी नहीं आए. उसके बाद अफरा तफरी मच गई और निगम की रेस्क्यू टीम को सूचना दी. एक घंटे बाद उन्हें चैम्बर से निकाला जा सका.
की जा रही है जांच
डीएसपी शंकर लाल ने बताया कि सीवरेज लाइन के दौरान काम करते समय तीन मजदूरों की मौत हो गई है. मामले की जांच की जा रही है. सुरक्षा बंदोबस्त थे या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है.