WTC फाइनल में अश्विन को बाहर करने पर कप्तान रोहित का बड़ा बयान…

स्पोर्ट्स डेस्क. दुनिया के शीर्ष टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बुधवार से शुरू हुए आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल की प्लेइंग इलेवन से बाहर किए जाने पर मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रहा है. ओवल में खेले जा रहे इस प्रतिष्ठित मैच के पहले दिन ओवरकास्ट कंडीशन को देखते हुए भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन में चार तेज गेंदबाज और एक स्पिनर को शामिल किया गया. टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला करने वाले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने अश्विन को अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया.

बता दें कि, रोहित के इस फैसले के कड़ी आलोचना की गई. प्रशंसकों के साथ-साथ क्रिकेट के जानकारों ने भी इसका समर्थन नहीं किया. सबका ऐसा मानना था कि अश्विन को यह मैच खेलना चाहिए था. हालांकि, टॉस के समय खुद रोहित ने भी स्वीकार किया कि अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डब्ल्यूटीसी फाइनल की अंतिम एकादश से बाहर करना एक कठिन निर्णय था, क्योंकि वह लंबे समय से भारतीय टीम के लिए बड़े मैच विजेता रहे हैं. ज्ञात हो कि, 2021 में भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ डब्ल्यूटीसी के फाइनल में अश्विन को मौका मिला था.

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित ने अश्विन की जगह रवींद्र जडेजा पर दांव लगाया और तेज गेंदबाजों में मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर और उमेश यादव के साथ मैदान पर उतरे. रोहित ने कहा कि हम गेंदबाजी करने जा रहे हैं. परिस्थितियां और मौसम (बादल) को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि पिच बहुत ज्यादा बदलेगी. आपको अच्छी क्रिकेट खेलनी होगी और शीर्ष पर आना होगा. उन्होंने कहा कि अश्विन को बाहर बैठाना हमेशा मुश्किल होता है. वह इतने वर्षों में हमारे लिए मैच विजेता रहा है, लेकिन आपको टीम के लिए जरूरी चीजें करनी होती हैं और आखिरकार हम उस फैसले के साथ आए.

इसके अलावा भारत के गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने कहा कि अश्विन जैसे चैंपियन गेंदबाज को बाहर करना हमेशा काफी मुश्किल फैसला होता है. सुबह के हालात को देखते हुए हमने सोचा कि एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज फायदेमंद होगा. इसने हमारे लिए अतीत में भी काम किया है. तेज गेंदबाजों ने यहां हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया है. आप हमेशा पीछे मुड़कर देख सकते हैं और कह सकते हैं कि अतिरिक्त स्पिनर फायदेमंद होता, लेकिन हमने परिस्थितियों को देखते हुए फैसला किया. म्हाम्ब्रे का मानना है कि भारत अभी भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वापसी कर सकता है और ‘विकेट में ताजगी’ के साथ वे कुछ कर सकते हैं.


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