पुष्यमित्र की कविता से निकाली अंदर की भड़ास
नई दिल्ली. बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ दिल्ली पुलिस की चार्जशीट दाखिल होने के बाद महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) ने उनके उपर एक कविता के माध्यम से तंज कसा है. उन्होंने युवा कवि पुष्यमित्र उपाध्याय की चर्चित कविता ‘सुनो द्रौपदी शस्त्र उठा लो’ के माध्यम से उनके उपर कटाक्ष किया है. इसके साथ ही उन्होंने कैप्शन में हैशटैग वी वांट जस्टिस का उपयोग भी किया है.
चार्जशीट के आश्वासन पर पहलवानों ने रोका था आंदोलन:
पहलवानों ने दोबारा आंदोलन करने की हुंकार भरी थी. जिसके बाद सरकार ने बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 15 जून तक चार्जशीट दाखिल करने का आश्वासन दिया था. सरकार द्वारा मिले इस आश्वासन के बाद उन्होंने आंदोलन न करने का फैसला लिया.
बता दें विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया समेत देश के कई पहलवान लंबे समय से बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष के उपर यौन शोषण जैसा गंभीर आरोप लगा है.
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दर्ज हुई चार्जशीट:
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने 15 जून को यौन उत्पीड़न और पीछा करने के आरोप में चार्जशीट दाखिल किया है. इसके अलावा उनके खिलाफ पॉक्सो के तहत लगाए गए आरोपों को रद्द करने की सिफारिश की गई है.
नाबालिग ने आरोप वापस लिया:
पुलिस ने नाबालिग पहलवान की ओर से बृजभूषण के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत को रद्द करने की सिफारिश करते हुए कहा कि ‘कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले. नाबालिग पहलवान ने पहले बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था लेकिन बाद में वापस ले लिया. दिल्ली पुलिस द्वारा आरोपपत्र दाखिल किए जाने के तुरंत बाद पहलवानों ने अगली कार्रवाई को लेकर बातचीत शुरू कर दी लेकिन कुछ बताया नहीं.