विपक्ष के नेता के रूप में जिम्मेदारी से मुक्त होने और पार्टी में पद को लेकर दिए गए अजीत पवार के बयान पर उनकी बहन और पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने कहा कि अजित पवार की इच्छा पूरी हो ऐसी उनकी कामना है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पार्टी में उन्हें क्या पद दिया जाएगा, या नहीं दिया जाएगा, ये पार्टी नेतृत्व का फैसला होगा. उन्होंने कहा कि एक बहन के तौर पर वह चाहती हैं कि उनके भाई की सभी इच्छाएं पूरी हों.
अजित पवार ने बुधवार को पार्टी नेतृत्व से अपील की थी कि उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए और पार्टी संगठन में कोई भूमिका सौंपी जाए. उनके इस बयान पर सुप्रिया सुले ने कहा, ‘मेरी इच्छा है कि अजीत दादा की इच्छा पूरी हो, दादा को संगठन में मौका देना है या नहीं यह संगठनात्मक निर्णय है. मुझे बहुत खुशी है कि दादा भी काम करना चाहते हैं. इससे संगठन के कार्यकर्ताओं में उत्साह पैदा हुआ है.’
सुले ने कहा, ‘एक बहन के रूप में मेरी इच्छा है कि मेरे भाई की सभी इच्छाएं पूरी हों.’ अजित पवार ने कहा था कि उन्हें बताया गया है कि मैं नेता प्रतिपक्ष के तौर पर सख्त व्यवहार नहीं करता हूं. उन्होंने कहा, ‘मुझे नेता प्रतिपक्ष के रूप में काम करने में कभी दिलचस्पी नहीं थी, लेकिन पार्टी विधायकों की मांग पर यह भूमिका स्वीकार की थी. मुझे पार्टी संगठन में कोई भी पद सौंपें और मुझे जो भी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, मैं उसके साथ पूरा न्याय करूंगा.’ अजित पवार ने कहा था कि उनकी मांग पर फैसला करना पार्टी नेतृत्व पर निर्भर है.
10 जून को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले और पार्टी के वरिष्ठ प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष घोषित किया था. शीर्ष पद के लिए प्रबल दावेदार के रूप में देखे जा रहे अजित पवार ने बाद में नवनिर्वाचित नेताओं को बधाई दी थी.