Go First Crisis: वित्तीय संकट से जूझ रही गो फर्स्ट एयरलाइन को राहत मिलने का बड़ा अपडेट सामने आ रहा है. गो फर्स्ट एयरलाइन के ऋणदाताओं ने करीब 400 करोड़ रुपये की अंतरिम फंडिंग को मंजूरी दी है. पिछले महीने, गोफर्स्ट ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के समक्ष स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही की गुजारिश की थी. इसके बाद एयरलाइन की तरफ से अपनी उड़ानों को रद्द कर दिया गया था. साथ ही डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू करने के लिए एयरलाइन पैसे की व्यवस्था पर ध्यान दे रही थी.
बिजनेस प्लान के आधार पर होगी नई फंडिंग
अब सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, डॉयचे बैंक और आईडीबीआई बैंक की समिति ने एयरलाइन के अतिरिक्त फंडिंग के अनुरोध को मंजूरी दे दी है. एक शीर्ष बैंकर ने बताया कि ऋणदाताओं ने व्यापार योजना के आधार पर फिर से ऑपरेशन शुरू करने के लिए वित्त संकट से जूझ रही एयरलाइन के लिए करीब 400 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. एक अन्य बैंकर ने यह भी बताया कि ऋणदाता व्यवसाय योजना के आधार पर नई फंडिंग और ऑपरेशंस को फिर से शुरू करने पर तैयार हुए हैं.
400 से 450 करोड़ की राशि स्वीकृति की
अभी के लिए करीब 400 से 450 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है. बाद में विशेष स्थिति में धन की जरूरत पड़ने पर ऋणदाता अतिरिक्त आकस्मिक धन दे सकते हैं. इससे पहले रॉयटर्स की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि गो फर्स्ट ने ऋणदाताओं की बैठक में अतिरिक्त धनराशि की मांग की थी. एयरलाइन 4 से 6 बिलियन भारतीय रुपये ($122 मिलियन) के बीच अतिरिक्त धनराशि की मांग कर रही थी.
जुलाई में डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू करने की योजना
सूत्रों का दावा है कि गो फर्स्ट ने जुलाई में फिर से डोमेस्टिक फ्लाइट शुरू करने की योजना बनाई है. गो फर्स्ट की तरफ से 22 विमानों के साथ 78 दैनिक उड़ानें संचालित किये जाने की उम्मीद है. आपको बता दें गो फर्स्ट दिवालियापन फाइलिंग में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, आईडीबीआई बैंक और ड्यूश बैंक को लिस्टेड किया गया है, जिनका करीब 65.21 अरब रुपये बाकी है.
इससे पहले गो फर्स्ट के सीईओ कौशिक खोना ने कहा था कि प्रैट एंड व्हिटनी की तरफ से इंजनों की आपूर्ति नहीं होने के कारण एयरलाइन को वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण विमानों को खड़ा करना पड़ रहा है. गो फर्स्ट का संचालन शुरू होने के बाद एयर टिकट की कीमत में कमी आने की भी संभावना है. आपको बता दें गोफर्स्ट संकट के बाद कुछ रूट पर एयर टिकट के दाम अचानक कई गुने तक हो गए थे.