लगातार की जा रही है इस चौक में व्यवस्था बनाने को लेकर अनदेखी
राजनांदगांव। शहर के महामाया चौक से साढ़े तीन-चार किमी आगे फरहद-रेवाडीह चौक पर कई मार्गों का जंक्शन है जहां अनेक कारणों से गंभीर दुर्घटना की आशंका लंबे समय से बनी हुई है। न चौक का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है और न सुव्यवस्थित । ऐसा लगता है कि शासन-प्रशासन दोनों ही को इस चौक पर खतरनाक हादसों का इंतजार ही है।
ज्ञातव्य है कि यह चौक शहर का सबसे बड़ा चौक है जो थोड़ा आउटर में है तथा स्टेट हाईवे और नैशनल हाईवे के मार्गों को जोड़ते हुए छः से आठ रूट का जंक्षन बनाता है। इसमें नैशनल हाईवे का ओवर पास भी है जिसके सर्विस रोड्स भी है। चौक से रेवाडीह तरफ जाकर राश्ट्रीय राजमार्ग से तो जोड़ता ही है। राजनांदगांव से डोंगरगांव, चौकी, मोहला, मानपुर, छुरिया आदि ब्लॉक को भी जोड़ता है।
बता दे कि इतने बड़े चौराहे की सड़क उबड़-खाबड़ है, गिट्टीयां फैली हुई है। धूल का गुबार उठता है। रातों में मवेशियों का जमघट रहता है। उचित लाइटिंग की व्यवस्था भी नही है और तो और इस चौक के तीन ओर शराब दुकाने भी हैं। इन कारणों से गंभीर दुर्घटना की आशंका बन रही है।
‘‘शहर के लिए 25 हाईमास्ट का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है जिसमें से 1 हाईमास्ट लाईट फरहद चौक में लगवा देंगे। वहॉ पर बहुत जरूरी भी हैं।’’
श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख
महापौर