नई दिल्ली. भारतीय जनता पार्टी को रोकने के लिए विपक्षी दल एकजुटता दिखाने में लगे हुए हैं. बिहार (Bihar) के पटना (Patna) में विपक्षी एकता मोर्चा की पहली मीटिंग 23 जून को हो चुकी है. अब दूसरी मीटिंग की तारीख और जगह भी निर्धारित कर दी गई है. कांग्रेस की ओर से सोमवार को घोषणा की गई कि विपक्षी दलों (opposition parties meeting) की अगली बैठक 17 और 18 जुलाई को बेंगलुरु (Bengaluru) में होगी. महाराष्ट्र में बड़े राजनीतिक उथल-पुथल के बाद अब इस मीटिंग को शिमला की बजाय कर्नाटक के बेंगलुरु में किया जाएगा.
ToI की खबर के मुताबिक, कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल (KC Venugopal) ने ट्विटर पर इसकी घोषणा की और कहा कि हम फासीवादी और अलोकतांत्रिक ताकतों को हराने के अपने अटूट संकल्प पर कायम हैं.
वेणुगोपाल ने एक ट्वीट में कहा कि पटना में बेहद सफल सर्व-विपक्ष बैठक के बाद, हम 17 और 18 जुलाई, 2023 को बेंगलुरु में अगली बैठक करेंगे. हम फासीवादी और अलोकतांत्रिक ताकतों को हराने के अपने अटूट संकल्प पर कायम हैं. और देश को आगे ले जाने के लिए एक साहसिक दृष्टिकोण प्रस्तुत करें.
इससे पहले, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा था कि विपक्ष की अगली बैठक 13-14 जुलाई को बेंगलुरु में होगी. कहा जा रहा है कि ये तारीखें कुछ राज्यों में विधानसभा सत्रों (Sharad Pawar) से टकरा रही हैं. विपक्षी दलों की ऐसी पहली बैठक 23 जून को बिहार के पटना में हुई थी. इसके बाद महाराष्ट्र में ताजा घटनाकम्र के बाद विपक्षी दलों ने इस मीटिंग को करना बेहद जरूरी माना है.
अजित पवार के एकनाथ शिंदे की सरकार के समर्थन में जाने के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी कहा था कि विपक्ष की अगली बैठक बेंगलुरु में होने जा रही है. पवार ने सुबह के वक्त कहा कि कल मुझसे संपर्क करने वालों में ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal), कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, डीएमके अध्यक्ष एवं तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन शामिल रहे. और हमने चर्चा की है कि हम मिलेंगे. इसी के साथ एनसीपी नेता ने कहा कि तारीख बदल गई है, आगे की रणनीति के लिए 16-17-18 या 16-17 को कभी भी बैठक होगी.