पश्चिम बंगाल (West Bengal) में पंचायत चुनाव के लिए हुई वोटिंग के बाद आज मतों की गणना की जा रही है. पश्चिम बंगाल में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने 63,229 ग्राम पंचायतों में से 12,325 से अधिक पर जीत दर्ज कर ली है जबकि अन्य 2,647 पंचायतों में उसके उम्मीदवार आगे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग (एसईसी) के अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
वोटों की गिनती के बीच कई जगह झड़प और हंगामे की खबरें आई हैं. पश्चिम बंगाल के कूचबिहार में फलीमारी ग्राम पंचायत के एक मतगणना केंद्र पर कथित रूप से एक TMC उम्मीदवार द्वारा मतपत्रों पर स्याही और पानी फेंके जाने के बाद हंगामा हो गया. वहीं, पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर में एक मतगणना केंद्र के बाहर देसी बम से हमला किया गया.
दोपहर 2.30 बजे तक हुई गिनती के मुताबिक, पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में ममता बनर्जी की टीएमसी 12325 सीटें जीत चुकी है और 2647 सीटों पर आगे है. वहीं, बीजेपी 2733 सीटें जीत चुकी है और 688 पर आगे है. इसके अलावा कांग्रेस 617 सीटें जीत चुकी है और 212 पर आगे चल रही है. राज्य में ममता के धुर विरोधी लेफ्ट की बात करें तो 903 सीटें जीत चुकी है और 489 पर आगे चल रही है.
हिंसा में गई 45 लोगों की जान
भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनावों के दौरान हुई हिंसा को ‘राज्य प्रायोजित’ करार दिया और दावा कि इसमें कम से कम 45 लोगों की मौत हुई है. बीजेपी ने चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर ममता सरकार पर जमकर निशाना साधा. बीजेपी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ‘निर्मम’ हैं क्योंकि हिंसा की घटनाओं के दौरान वह ‘मूकदर्शक’ बन सब देख रही थीं.
विपक्षी दलों के एजेंटों को रोका- बीजेपी
मतगणना शुरू होने और शुरुआती रुझान आने के साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की ‘दादागिरी की राजनीति’ मतगणना के दिन भी जारी रही.
उन्होंने दावा किया कि भाजपा के मतगणना एजेंटों और अन्य विपक्षी दलों के एजेंटों को मतगणना केंद्रों पर जाने से रोका जा रहा है. पात्रा ने मतदान में ‘पक्षपात’ का आरोप लगाते हुए कहा कि वहां केंद्रीय बल भेजे तो गए लेकिन उनकी ठीक तरह से तैनाती नहीं की गई.
कड़ी सुरक्षा के बीच गिनती जारी
अधिकारियों ने बताया कि करीब 74,000 सीट पर हुए त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के लिए वोटों की गिनती कड़ी सुरक्षा के बीच मंगलवार सुबह 8 बजे शांतिपूर्ण ढंग से जारी है. इनमें ग्राम पंचायत सीट के अलावा 9,730 पंचायत समिति की सीट और 928 जिला परिषद सीट शामिल हैं.
राज्य के 22 जिलों में करीब 339 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. राज्य में करीब 74,000 सीट पर पंचायत चुनाव हुए थे. सबसे अधिक 28 मतगणना केंद्र दक्षिण 24 परगना जिले में है जबकि सबसे कम चार मतगणना केंद्र कलिम्पोंग में हैं.
सभी मतगणना केंद्रों पर राज्य पुलिस तथा केंद्रीय बलों के सशस्त्र कर्मी तैनात हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए मतगणना केंद्र के बाहर आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 लागू की गई है. 22 जिलों में कुल 767 ‘स्ट्रांगरूम’ स्थापित किए गए हैं.