रायपुर। यह तस्वीर मादा भालू व उसके दो निर्दोष शावकों की है, जिनकी जान दंतेवाड़ा के हांदावाड़ा व कोशलनार कुर्सींगबहार में माओवादियों के बिछाए IED ने ले ली। नक्सल हिंसा केवल सुरक्षाबलों को नहीं, बल्कि बेजुबान जानवरों व नागरिकों को भी शिकार बना रही है। यह अत्याचार अब बंद होना चाहिए। पूर्ण विश्वास है कि डबल इंजन की सरकार में बस्तर जल्द इससे मुक्त होगा।