मजदूर दिवस पर बड़ी संख्या में लोगों ने खाये मिट्टी के बर्तन में बासी और बोरे

कांग्रेस भवन के सामने जयस्तंभ चौक में हुआ आयोजन
कलेक्टर-एसपी ने अपने आवासों में उठाया लुत्फ

राजनांदगांव। आज एक मई मजदूर दिवस पर शहर के हृदय स्थल और व्यस्ततम बाजार क्षेत्र जयस्तंभ चौक क्रमिक रूप से बड़ी संख्या में लोगों ने बोरे और बासी खाया। बासी और बोरे मिट्टी के बर्तन में परोसे गये। इनके साथ ही पत्तल में कटे हुए प्याज, चेच भाजी, मिर्ची चटनी, इमली चटनी आदि खाकर लोगों की भूख तेज धूप-गर्मी के वक्त जहां शांत हुई वहीं आत्मा भी तृप्त हो गई। भोजन परोसते कांग्रेस के कतिपय नेताओं ने बताया कि सुबह 11 बजे से शुरू हुआ आयोजन अपराह्न 3 बजे तक चलेगा। ज्ञातव्य है कि मिट्टी के बर्तन में बोरे और बासी खाने-खिलाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने पहले ही दे दिये थे। बताने की जरूरत नहीं है कि दिन में पके चावल के भात को उसी दिन डुबोकर कुछ घंटे बाद खा लिया जाये तो वह बोरे है। इसके विपरीत दिन के या रात के पके हुए चावल या भात को डुबोकर रात भर सजने दिया जाये तो वह बासी है। बासी को तीसरे दिन खा लिया जाय तो वह तियासी बासी कहलाता है, लेकिन तियासी के अस्वास्थ्य कर हो जाने की संभावना अधिक रहती है।

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