नई दिल्ली. भारतीय विमानन क्षेत्र में एक और कंपनी की जल्द एंट्री होने वाली है. जेटविंग्स एयरवेज (Jetwings Airways) ने बुधवार को बताया कि उसे शिड्यूल यात्री ट्रांसपोर्ट सेवाएं शुरू करने के लिए सभी जरूरी मंजूरियां मिल चुकी हैं. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) की ओर से भी NOC जारी हो चुकी है. कंपनी जल्द ही यात्रियों को उड़ान की सेवाएं उपलब्ध कराना शुरू कर देगी. कंपनी का मकसद क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाना और मजबूत बनाना है.
असम की राजधानी गुवाहाटी में कंपनी का मुख्यालय स्थित है. कंपनी ने अपनी घोषणा में कहा कि एयरलाइन आरंभ में उड़ान स्कीम के तहत देश के पूर्वोत्तर और पूर्वी क्षेत्रों में विभिन्न डेस्टिनेशन के लिए यात्रियों को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगी. जेटविंग्स एयरवेज़ की शुरुआत यात्रियों को बेहतर सेवा, आरामदायक सफर और सुविधा प्रदान करने के लिए की गई है. कंपनी अपनी सेवाओं के साथ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में क्रांति लाने की योजना पर काम कर रही है. एयरलाइन डीजीसीए से सभी रेगुलेटरी अप्रूवल और एनओसी प्राप्त होने के बाद अपने यात्रियों को प्रीमियम इकोनॉमी सर्विस के साथ क्षेत्रीय कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. इसके लिए कंपनी ने टर्बो प्रोपेल्ड के अलावा मॉडर्न फ्लाइट डेक टर्बो फैन एयरक्राफ्ट का एक बेड़ा पेश करने की योजना बनाई है.
मंत्रालय से मिल चुकी है एनओसी
जेटविंग्स एयरलाइंस के सह-संस्थापक एवं सीईओ संजय आदित्य सिंह ने कहा, हम एनओसी प्रदान करने के लिए नागरिक उड्डयन मंत्रालय के आभारी हैं और हम शेड्यूल यात्री एयरलाइंस के संचालन के लिए अपनी तैयारी और औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए डीजीसीए के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. एनओसी प्राप्त करने के बाद हम एक विश्वसनीय और नियमित एयरलाइन बनने की दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रहे हैं. हम एक ऐसी एयरलाइंस के रूप में ग्राहकों को सेवा देना चाहते हैं, जिसकी जड़ें पूरे पूर्वोत्तर भारत में फैली हों और जो यहां के सभी महत्वपूर्ण स्थलों को आपस में जोड़ती हो.
पूर्वोत्तर को चाहिए थी अपनी एयरलाइंस
उन्होंने कहा कि भारत में हमेशा से ही देश के भीतर कारोबार करने वाली एक ऐसी एयरलाइंस की जरूरत थी जो मूलत: पूर्वोत्तर की हो. जेटविंग्स एयरवेज़ इसी जरूरत को पूरा करते हुए अगले कुछ महीनों में उड़ान भरने के लिए तैयार है. जेटविंग्स एयरवेज़ के चेयरमैन डॉ. संजीव नारायण ने कहा, सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ आरसीएस के माध्यम से क्षेत्रीय हवाई अड्डों को जोड़ते हुए हवाई संपर्क बेहतर बनाने का प्रयास कर रही है. सरकार की इस कोशिश से आर्थिक विकास के साथ-साथ कारोबार में भी काफी तेजी देखने को मिली है. साथ ही पर्यटन क्षेत्र का भी तेजी से विकास हो रहा है. हम मानते हैं कि उड़ान स्कीम के तहत, हमारे पास कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और नए आर्थिक अवसर पैदा करते हुए पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास में योगदान देने का एक अनूठा अवसर है.
कंपनी के पास पर्याप्त फंड और पूंजी
जेटविंग्स एयरवेज़ का लक्ष्य अपने यात्रियों को विश्वसनीय, तेज और बेहतरीन गुणवत्ता वाली सेवाएं उपलब्ध कराना है. इसे ध्यान में रखते हुए हम प्रतिभाशाली और अनुभवी एविएशन प्रोफेशनल्स की पूरी टीम जोड़ी है. कंपनी अपने रेगुलर यात्रियों के लिए एक लॉयल्टी प्रोग्राम भी पेश करेगी. कंपनी ने दावा किया है कि उसके पास सेवाएं शुरू करने के लिए पर्याप्त मात्रा में फंड और पूंजी है. एक बार सेवा शुरू होती है तो यह पूर्वोत्तर की पहली विमानन कंपनी होगी.