नर्मदापुरम। मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले में स्थित सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में उस वक्त पर्यटक रोमांचत हो उठे, जब एक बाघिन अपने शावकों को जंगल में रहने के दांवपेच सिखाते नजर आई। पर्यटकों ने इस बाघिन का नाम बाघिन मछली रखा है।
यह इतनी चंचल है कि दिनभर में कई बार पर्यटकों की जिप्सी के सामने आ जाती है। जिसको देखकर पर्यटक भी रोमांच हो जाते हैं। साल 2021 में बाघिन अपनी मां जोकरफेस के साथ सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के चूरना रेंज में आई थी। बाघिन मछली करीब 4 साल की हो गई है और उसके तीन शावक हैं। जिसमें एक मेल और दो फिमेल हैं।
ऐसे पड़ा बाघिन का नाम मछली
बताया कि जिस रेंज में वह रहती है, वहां 2-3 तालाब है। जिसमें वह घंटों खेलती-तैरती रहती है। पर्यटक कई बार उसे पानी में खेलते हुए देखते हैं। इसलिए उसका नाम पर्यटकों ने मछली रखा है। चूरना रेंज सफारी का केंद्र है, ऐसे में कई बार बाघिन का दीदार हो जाता है।