जानकारी के अनुसार, DRG, कोबरा और STF के जवान लगातार नक्सलवाद के खिलाफ सर्चिंग ऑपरेशन कर माओवादियों का खात्मा कर रहे हैं. दोनों ओर से रुक-रुक कर फायरिंग जारी है. वहीं मुठभेड़ को लेकर पुलिस अधिकारियों की SP कार्यालय में बैठक जारी है. पुलिस डीआइजी कमलोचन कश्यप,डीआईजी सीआरपीएफ समेत अन्य पुलिस के अधिकारी मुठभेड़ पर नजर बनाए हुए हैं.
बस्तर IG ने आत्मसमर्पण का दिया था मौका
बीते दिनों 29 मई को बस्तर आईजी ने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का आखिरी मौका देते हुए बड़ा बयान दिया था. IG ने साफ शब्दों में कहा था कि चाहे सोनू हो, हिडमा हो, सुजाता हो या रामचंद्र रेड्डी या कोई भी डिविजन कमेटी मेंबर या बड़े कैडर का लीडर, अगर अपनी जान बचाना चाहता है, तो अब भी वक्त है…हिंसा छोड़ें, हथियार डालें और शासन की पुनर्वास नीति का लाभ लें. नहीं, तो उनका अंत अब निकट है.
बस्तर IG ने यह भी दावा किया था कि कई सीनियर माओवादी संगठन छोड़ना चाहते हैं और हम लगातार उनसे संपर्क में हैं. आने वाले दिनों में बड़ी संख्या में सीनियर नक्सलियों के आत्मसमर्पण की संभावना है. आईजी ने बताया था कि 2024 और 2025 के 16 महीनों में 1400 से ज्यादा माओवादी कैडर आत्मसमर्पण कर चुके हैं.
कई सीनियर नक्सली लीडर करना चाहते हैं आत्मसमर्पण : बस्तर IG
उन्होंने ये भी साफ कर दिया कि पुलिस को सभी बड़े नक्सलियों की लोकेशन की जानकारी है. अगर वे आत्मसमर्पण करते हैं, तो उनकी जान बच सकती है, वरना अगली मुठभेड़ में उनके फंसने की पूरी संभावना है.
बीजापुर में चल रहे मुठभेड़ में यह कहा जा सकता है कि, पुलिस को सटीक लोकेशन की जानकारी थी. यही वजह है कि पहले बस्तर आईजी ने नक्सलियों को सरेंडर का ऑफर दिया और अब ऑपरेशन लॉन्च किया गया है. हालांकि इसकी अधिकारी पुष्टि अब-तक नहीं हुई है. लेकिन इन दिनों सभी ऑपरेशन में सुरक्षाबलों को भारी कामयाबी मिल रही है.