2024 लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए ‘इंडिया गठबंधन’ पर अब संकट के बादल मंडराने लगे हैं. एक ओर, ममता बनर्जी को नेतृत्व सौंपने की मांग उठ रही थी, तो दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को इस गठबंधन से बाहर करने की मांग उठाई है. ‘AAP’ ने दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के साथ मिलीभगत का आरोप लगा कांग्रेस के खिलाफ बड़ा मोर्चा खोल दिया है.
मुख्यमंत्री महिला सम्मान योजना के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप लगाकर यूथ कांग्रेस ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ पुलिस शिकायत करने के बाद दिल्ली में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान कर चुकी ‘आप’ का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. कांग्रेस के साथ लोकसभा चुनाव में सहयोग करके दिल्ली में चुनाव लड़ी ‘AAP’ ने कहा कि भले ही विधानसभा चुनाव में अलग लड़ने का निर्णय लिया गया है, लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर ‘इंडिया गठबंधन’ वाली मित्रता जारी रहेगी.
दिल्ली कांग्रेस के बयानों को लेकर पार्टी में व्यापक नाराजगी है, सूत्रों का कहना है. ‘आप’ का मानना है कि कांग्रेस दिल्ली में भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है, इसलिए कांग्रेस को ‘इंडिया’ गठबंधन से बाहर करने के लिए अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली पार्टी दूसरे नेताओं से बातचीत करेगी. हालाँकि, कुछ दिन पहले तक ‘आप’ नेतृत्व संबंधी सवालों पर तटस्थ दिख रही थी. पिछले दिनों एक टीवी इंटरव्यू में, केजरीवाल ने कहा कि सभी नेता आपस में बैठकर बातचीत करेंगे और राहुल गांधी या ममता बनर्जी को अपनी पसंद बताने से इनकार कर दिया.