लंदन: पुरातत्वविदों की एक टीम ने इंग्लैंड के नॉर्थम्प्टन के पास खुदाई में एक प्राचीन प्रार्थना स्थल की खोज की है. माना जा रहा है कि यह मंदिर 4 हजार साल पुराना है. यह खोज नॉर्थम्प्टन के पास ओवरस्टोन में लंदन पुरातत्व संग्रहालय (मोला) द्वारा की गई थी. टीम नॉर्थम्प्टन के उत्तर में चार मील की दूरी पर एक गांव ओवरस्टोन में एक नए आवास को बनाने के लिए साइट की खुदाई कर रही थी. विशेषज्ञों के अनुसार, यह साइट 2,000 से अधिक वर्षों तक उपयोग में थी.
Ancient Origins की रिपोर्ट के अनुसार, साइट पर कांस्य युग और रोमन सभ्यता के दौरान की कई कलाकृतियां पाई गई हैं. यह मंदिर पवित्र स्थान पर बनाया गया है. इसमें दो अलग-अलग कमरे हैं, जिनमें से एक में सीढ़ियां हैं. दीवारों पर कई चित्र बने हैं जिस पर प्लास्टरवर्क हुआ है. विशेषज्ञों को 5 कांस्य युग के दबे हुए कलश मिले हैं. साइट पर कोई कब्र या मानव अवशेष नहीं मिला है. यहां एक प्रकार का दफन टीला पाया गया है जिसका निर्माण 1,500 और 2,000 ईसा पूर्व के बीच किया गया था. शोधकर्ताओं को पानी के बड़े टैंक भी मिले और इनके तल पर विलो पेड़ के फूल, पाइनकोन, अखरोट के गोले और एक चमड़े के जूते पाए गए जो 2,000 साल पुराने किसी जैविक अवशेष के बने हुए थे.
बीबीसी को विशेषज्ञों ने बताया कि यह स्थानीय प्राचीन समुदायों के लिए एक अत्यधिक महत्वपूर्ण स्थान था. टीम को एक रोमन संरचना के अवशेष भी मिले जो 43 और 410 ईस्वी के बीच के माने जा रहे हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार, संरचना का कोई कार्यात्मक उद्देश्य नहीं था और यह पास के झरने से जुड़ा एक मंदिर माना जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि पूरे ब्रिटेन में, रोमन अक्सर पवित्र स्थलों पर मंदिरों का निर्माण किया करते थे.
हाल ही में ईराक में खोजकर्ताओं ने जमीन में धंसा 4,500 साल पुराना मंदिर खोजा था. यह प्राचीन सुमेरियन शहर गिरसू की खुदाई में खोजा गया था. इस मंदिर में कई प्राचीन चीजें भी मिली थीं. यह मंदिर मेसोपोटामिया के देवता निंगिरसु का बताया गया था. लंबे समय से अज्ञात यह मंदिर मिट्टी की ईंट से बनाया गया था, जो प्राचीन शहर गिरसू का शानदार केंद्र बिंदु था. यह अब एक पुरातात्विक स्थल है जिसे टेल्लो के नाम से जाना जाता है. गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार, सुमेरियन संभवतः दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यता थी. कहा जाता है कि इन्होंने ही सबसे पहले धर्म और कानून की एक संहिता स्थापित की थी.