राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ मानवाधिकार आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष गिरिधारी नायक एवं आयोग के सदस्य नीलम चंद सांखला ने आज सर्किट हाऊस में जनसामान्य की शिकायतों एवं किए गए निराकरण के संबंध में जानकारी ली। इस अवसर पर कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा एवं पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने मानवाधिकार संबंधी मुद्दों पर चर्चा की। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने गुमशुदा बच्चों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 37 में से 26 बालिकाएं मिल गई हैं। मानव व्यापार की मॉनिटरिंग के लिए यूनिट कार्यरत है और सीसीटीवी की मदद से गुम हुए लोगों की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने नगर निगम में हुई शिकायत के संबंध में जानकारी ली। इसके साथ ही राजस्व प्रकरणों के बारे में हुई शिकायत पर एसडीएम ने बताया कि संबंधित के रकबे की जांच कर ली गई है और रकबे में किसी तरह का परिवर्तन नहीं पाया गया है। अध्यक्ष श्री नायक ने सामाजिक बहिष्कार, भरण पोषण अधिनियम के पालन के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कस्टोडियल डेथ में मेडिकल रिपोर्ट, एफआईआर रिपोर्ट एवं सभी गाईडलाईन का पालन सुनिश्चित करें। उन्होंने गुम हुए बालक-बालिकाओं के संबंध में जानकारी ली। अध्यक्ष श्री नायक ने कोविड-19 संक्रमण से लोगों की हुई मृत्यु के संबंध में भी जानकारी ली। अपर कलेक्टर ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण से जिले में 1382 लोगों की मृत्यु हुई है और उन्हें 6 करोड़ 74 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। उन्होंने पेंशन प्रकरणों को भी सुना।
वृद्धाश्रम का निरीक्षण
श्री नायक ने आज समता वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां मानसिक रोगी को सामान्य रोगी से अलग रखने के निर्देश दिए और स्वास्थ्य पुस्तिका का संधारण करने कहा। मानसिक स्वास्थ्य के लिए किसी मनोवैज्ञानिक से कॉउसिलिंग करने के निर्देश दिए। दवाईयों के वितरण की पंजी संधारित करने के निर्देश दिए।
मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण –
श्री नायक ने बसंतपुर स्थित जिला हॉस्पिटल एवं शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जिला हॉस्पिटल में ओपीडी वार्ड का अवलोकन किया और विद्युत तार व्यवस्थित रखने के निर्देश दिए तथा सीपेज ठीक कराने के लिए कहा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी ने बताया कि शीघ्र ही यहां ईसीजी मशीन भी लगाई जाएगी, वहीं शासकीय मेडिकल कॉलेज पेण्ड्री में सोनोग्राफी मशीन भी लगाई जाएगी।
जेल का निरीक्षण
श्री नायक ने जेल राजनांदगांव का निरीक्षण किया। वहां उन्होंने वायरिंग को ठीक रखने के निर्देश दिए तथा बंदियों से चर्चा की और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने जेलर को विधिवत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा थाना बसंतपुर, आंगनवाड़ी ग्राम रेवाडीह का भी निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, संयुक्त सचिव मानवाधिकार श्रीमती मीनाक्षी गोंडाले, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती ज्योति अग्रवाल, संयुक्त संचालक मनीष मिश्र एवं स्टाफ, जिला पंचायत सीईओ लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर सीएल मारकण्डेय, संयुक्त संचालक मनीष मिश्रा, एसडीएम अरूण वर्मा, एसडीएम डोंगरगांव हितेश पिस्दा, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास श्रीमती रेणु प्रकाश एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।