मुंबई में मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के एलान के बाद विवादों में आई अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने शिवसेना नेता संजय राउत के खिलाफ दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत दर्ज की है. नवनीत राणा ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से लिखते हुए शिवसेना सांसद पर जातिसूचक शब्दों के आपमान का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि संजय राउत ने उन्हें 420 कहकर उनकी बदनामी की है.
संजय राउत के खिलाफ नवनीत राणा की शिकायत
उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि चूंकि अमरावती लोकसभा क्षेत्र अनुसूचित जाती के लिए आरक्षित था, इसलिए मैंने पहली बार 2014 में शिवसेना के एक उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ा था. मेरे पहले चुनाव के बाद से ही शिवसेना के उम्मीदवार और उनके कार्यकर्ता मुझे धमका रहे हैं और मेरी जाति के बारे में झूठे आरोप लगा रहे हैं.
नवनीत ने आगे कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव मैंने शिवेसना को हराकर अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित अमरावती लोकसभा क्षेत्र से चुनी गई थी. इसके बाद से ही शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत बार-बार मेरे खिलाफ बोल रहे हैं. नवनीत राणा ने आगे लिखा कि पिछले दो दिनों में उन्होंने विभिन्न चैनलों को दिए इंटव्यू में मुझे और मेरे पति को बार-बार बंटी और बबली के रूप में संदर्भित कर समुदाय में बदनाने करने के इरादे से मुझे 420 कहा है.
संजय राउत ने नवनीत पर लगाए ये आरोप
इससे पहले, शिवसेना के नेता संजय राउत ने ट्विटर पर मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में नवनीत राणा का नाम लेते हुए उन पर कार्रवाई की मांग की. उन्होंने पूछा है कि आखिर ED कब पिलाएगी राणा को चाय? क्यों बचाया जा रहा है इस D-गैंग को? बीजेपी चुप क्यों है? यूसुफ लकड़ावाला को ED ने ₹200 करोड़ के मनी लांड्रिंग केस में अरेस्ट किया था. कुछ दिन बाद लॉकअप में ही उसकी मौत हो गई. शिवसेना का आरोप है कि यूसुफ की गैरकानूनी कमाई का हिस्सा अब भी नवनीत राणा के अकाउंट में है. इसी मामले में वह नवनीत राणा पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इसलिए उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, तो ED कब पिलाएगी राणा को चाय, क्यों बचाया जा रहा है इस D-गैंग को, बीजेपी चुप क्यों है?
गौरतलब है कि संजय राउत ने दो दिन पहले भी अमरावती सीट से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा पर आरोप लगाते हुए कहा था कि नवनीत ने यूसुफ लकड़वाला से 80 लाख रुपये का कर्ज लिया था. कर्ज की जानकारी खुद नवनीत राणा ने हलफनामे में दे रखी है. यूसुफ के संबंध डी कंपनी से रहे हैं. ऐसे में यह मुद्दा अब राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है.