गरियाबंद. बस्तर संभाग के बाद रायपुर संभाग में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है. गरियाबंद जिले में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में अब तक 19 नक्सली ढेर हुए हैं. जवानों ने 16 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए हैं. मुठभेड़ में एक करोड़ के इनामी नक्सली चलपति उर्फ जयराम उर्फ भी मारा गया. पहली बार जवानों को गरियाबंद जिले में इतनी बड़ी कामयाबी मिली है. ओडिशा और छत्तीसगढ़ की सीमा पर कुल्हाड़ी घाट के जंगलों में मुठभेड़ अभी भी जारी है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने साय सरकार की लगातार कार्रवाई जारी है. विष्णुदेव सरकार में 1 साल में 260 से अधिक नक्सली मारे गए हैं. 870 से अधिक ने आत्मसमर्पण किया है. वहीं 1000 से अधिक गिरफ्तार किए गए हैं. गृहमंत्री अमित शाह के दृढ़ संकल्प और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में मार्च 2026 तक सशस्त्र नक्सलवाद छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु पूरे भारत से समाप्त होगा.
नक्सलियों के ओडिशा कमेटी के सदस्य चलपति उर्फ जयराम उर्फ रामचंद्रन उर्फ प्रताप रेड्डी उर्फ अप्पा राव उर्फ रवि पिता स्व. शिवलिंगा रेड्डी पर एक करोड़ का इनाम घोषित था. वह 61 साल का था. चलपति ग्राम पाईपली, थाना बंगारम पटेम, जिला चितूर (आंध्र प्रदेश) का रहने वाला था. वह जनवरी 2021 में छत्तीसगढ़ आया था. उसकी पत्नी का नाम अरुणा है, जिसकी उम्र 24 साल है. वह ओडिशा राज्य कमेटी का सदस्य था. चलपति सेंद्र कमेटी मेंबर और ओडिशा राज्य कमेटी का सदस्य था.
एक करोड़ के इनामी नक्सली चलपति के पास एके 47 हथियार, मोबाइल, टेबलेट, कंप्यूटर, रेडियो था. वर्तमान में चलपति ज्यादातर एसजेडसी-जयराम के साथ भालूडिग्गी, सोनाबेडा एरिया में घूमता था. चलपति भले ही आंध्र प्रदेश का रहने वाला था, लेकिन उसे कई भाषा और बोलियां बोलनी आती थी. जानकारी के मुताबिक वह गोंडी, छत्तीसगढ़ी, हिन्दी, तेलगु और ओडिया भाषा जानता था.