UP Ministers Resign: उत्तर प्रदेश में नवनियुक्त बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के बाद 5 और मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं. ये वो 5 मंत्री हैं, जो संगठन और सरकार दोनों में अहम पदों पर हैं. ये सारे मंत्री ‘एक व्यक्ति-एक पद’ सिद्धांत के तहत सरकार या संगठन में से किसी एक पद से इस्तीफा दे सकते हैं. भूपेंद्र चौधरी ने भी इसी सिद्धांत के चलते इस्तीफा दिया था.
कौन से मंत्री दे सकते हैं इस्तीफा ?
इस्तीफा देने वाले मंत्रियों में पहला नाम अरविंद कुमार शर्मा का है, जो कैबिनेट मंत्री हैं. ये बीजेपी संगठन में उपाध्यक्ष हैं और योगी सरकार में शहरी विकास एवं ऊर्जा मंत्री हैं. दूसरा नाम जेपीएस राठौर का है, जो योगी सरकार में सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं. बीजेपी संगठन में ये महासचिव भी हैं. तीसरे हैं यूपी के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, जो यूपी बीजेपी के ओबीसी सेल के उपाध्यक्ष एवं प्रभारी हैं. अगला नाम पिछड़ा वर्ग कल्याण एंव दिव्यांगजन अधिकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप का है, जो यूपी बीजेपी में ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष हैं. पांचवा नाम बेबी रानी मौर्य का है, जो योगी सरकार में महिला एवं बाल कल्याण मंत्री हैं और यूपी बीजेपी संगठन में पार्टी में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं.
कई मंत्री-विधायक मिलने पहुंचे थे
बता दें कि 30 अगस्त को कैबिनेट की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक से ही पहले ही भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में संगठन के सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. उनसे मिलने कई मंत्री और विधायक भी पहुंचे थे.
25 अगस्त को नड्डा ने किया था नियुक्त
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने 25 अगस्त को चौधरी को पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था. उत्तर प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद जब चौधरी दिल्ली से लखनऊ पहुंचे तो जहां चारबाग रेलवे स्टेशन पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया था. 54 वर्षीय चौधरी मुरादाबाद के महेंद्र सिकंदरपुर में रहने वाले एक किसान परिवार से आते हैं. वह राजनीतिक सफर के शुरुआती दिनों में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) से जुड़ गए थे.