PM Modi and Trump Talk Over Phone: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सोमवार को फोन में बातचीत हुई. दोनों के बीच मिडिल ईस्ट (Middle East), इंडो पैसिफिक (Indo-Pacific) और यूरोप सहित क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा हुई. दोनों देशों के नेताओं ने भारत (India) और अमेरिका (America)के रिश्तों को मजबूत करने पर भी हामी भरी. इस दौरान PM मोदी और ट्रंप के बीच अवैध भारतीय प्रवासियों के डिपोर्टेशन (Deportation) को लेकर भी बात हुई. डिपोर्टेशन के मुद्दे पर प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, जहां तक अमेरिका में रह रहे अवैध भारतीय प्रवासियों का सवाल है. इन अवैध प्रवासियों को वापस बुलाने के लिए जो सही रहेगा, पीएम मोदी वह करेंगे.
गौरतलब है कि अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही डोनाल्ड ट्रंप ने जन्मजात नागरिकता कानून का रद्द करने का फैसला लिया है. इससे अमेरिका में बच्चे के जन्म लेते ही स्वत: मिलने वाला नागरिकता का अधिकार को खत्म कर दिया है. इस बीच अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर उन्होंने बड़ा बयान दिया है.
दरअसल प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप से जब मीडियाकर्मियों ने ये पूछा कि क्या प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासियों को वापस लेने पर सहमत हुए हैं? इस पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जो सही होगा, वह (मोदी) वही करेंगे. हम इस पर चर्चा कर रहे हैं.
व्हाइट हाउस का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राष्ट्रपति ट्रंप की बातचीत प्रोडक्टिव रही और इस दौरान प्रेसिडेंट ने भारत के साथ उचित द्विपक्षीय कारोबारी संबंधों की दिशा में आगे बढ़ने की मांग की ताकि दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत हो सके.
इस बातचीत के बाद PM मोदी ने एक्स में पोस्ट कर कहा कि, ‘अपने मित्र राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात करके बेहद खुशी हुई. उन्हें उनके ऐतिहासिक दूसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी. ‘हम परस्पर लाभकारी और विश्वसनीय साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम अपने लोगों के कल्याण तथा वैश्विक शांति, समृद्धि और सुरक्षा के लिए मिलकर काम करेंगे.’
बता दें कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एजेंडे में सबसे ऊपर अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे प्रवासी हैं. कोलंबिया और ग्वाटेमाला जैसे देशों में वह अवैध प्रवासियों का काफिला भेज भी चुके हैं. अमेरिका में सबसे ज्यादा गैरकानूनी प्रवासी मेक्सिको से हैं, जिनकी संख्या 40 लाख के करीब है. इसके बाद एल सल्वाडोर से 7.5 लाख और भारत के 7.25 लाख लोग अमेरिका में हैं.
इन अवैध भारतीयों पर डिपोर्टेशन का खतरा मंडराने लगा है. पिछले हफ्ते ब्लूमबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि भारत और अमेरिका ने ऐसे लगभग 18000 भारतीयों की शिनाख्त की है, जो अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं. अमेरिका दौर पर गए भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो के मुलाकात के दौरान भी अवैध प्रवासियों से जुड़ी समस्या का समाधान करने चर्चा हुई थी.