रायपुर। छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों में विधानसभा और लोकसभा चुनाव होना है, जिसे लेकर सियासी गलियारों में सरगर्मी देखने को मिल रही है। जहां एक ओर भाजपा के दिग्गज नेता कहे जाने वाले नंद कुमार साय ने कांग्रेस का दामन थाम लिया तो वहीं आज पद्मश्री अनुज शर्मा सहित कई अन्य लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली है। वहीं, दूसरी ओर अब छत्तीसगढ़ की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी जेसीसीजे का अस्तित्व खतरे में नजर आ रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही जेसीसीजे का भाजपा-कांग्रेस या अन्य किसी दल में विलय हो सकता है। इस बात की जानकारी खुद जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने पत्र लिखकर दी है।
अमित जोगी ने एक इमोशनल पत्र कार्यकर्ताओं के नाम लिखा है। इसमें वो इस सप्ताह अहम निर्णय लेने की बात कहते दिख रहे हैं और गुजारिश कर रहे हैं कि फैसले में कार्यकर्ता उनका साथ दें। ये चिट्ठी उन्होंने ने सोशल मीडिया के जरिए अपने लोगों को भेजी है। अमित जोगी ने अपनी चिट्ठी में लिखा-पापा के रहते और पापा के जाने के बाद आप लोगों ने कठिन समय में जोगी परिवार का साथ नहीं छोड़ा। पार्टी और परिवार में बने रहे। साथ खाए, साथ हंसे, साथ रोए… मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं आप लोगों का कैसे धन्यवाद करूं, शीश झुकाकर हाथ जोड़कर आप सभी का कोटि-कोटि आभार प्रकट करना चाहता हूं। अब चुनाव में बहुत कम समय बचा है मैंने, आपने, हम सभी ने कई बार पार्टी और हम सभी के राजनीतिक भविष्य को लेकर कई बार चर्चा की।
जोगी ने आगे लिखा- इस पर विचार विमर्श हुआ है, गठबंधन, विलय के सारे विकल्पों पर हमने साथ काम किया है । बहुत साफ है अगर मेरा राजनीतिक भविष्य उज्जवल है तो आप लोगों का भी होगा। अगर मेरा नाम ऊंचा जाएगा तो जोगी परिवार और राजनीतिक विरासत आगे बढ़ेगी। जिसका फायदा आपको ही होगा। अब हम और रुक नहीं सकते यह निर्णय की घड़ी है। दोनों राष्ट्रीय दलों से टक्कर लेने हमें संसाधन, सामर्थ्य, चेहरा और रोल मॉडल की आवश्यकता होगी। एक ऐसी कड़ी जिसको स्वयं जोगी जी ने अपने रहते ही जोड़ा था और अब हम इस कड़ी से जुड़कर और मिलकर छत्तीसगढ़ में 2023 में अपनी सरकार बनाएंगे।