आंगनबाड़ी महिलाओं की अनिश्चित कालीन हड़ताल सातवें दिन भी जारी

राजनांदगांव। जिलेभर के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई है। रविवार से कलेक्टोरेट के सामने हड़ताल की शुरुआत हुई है। दावा है कि मांग पूरी होने तक हड़ताल जारी रहेगा। इधर आंबा कार्यकर्ता- सहायिकाओं के हड़ताल से जिलेभर के केंद्रों में ताला लटक गया है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता-सहायिका अपनी छह सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। इसमें कलेक्टर दर से वेतन, सुपरवाइजर के पद पर पदोन्नति, पेंशन और शासकीय सेवकों की तरह सुविधाएं अहम है। संगठन पदाधिकारियों ने बताया कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में उन्हें कलेक्टर दर से वेतन देने का दावा किया था, लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के चार साल बाद भी इस दिशा में कोई पहल नहीं की गई है। कार्यकर्ता- सहायिकाएं लगातार अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं, लेकिन उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है। इसके चलते अब अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की गई है। जो मांग पूरी होने तक जारी रहेगी।

योजनाओं का क्रियान्वयन होगा प्रभावित
रविवार को जिलेभर की कार्यकर्ता-सहायिकाएं कलेक्ट्रेट के सामने धरना स्थल पर जुटी रही। जो अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करती रही। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य दोनों ही सरकारों के खिलाफ नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के हड़ताल से कई योजनाओं का क्रियान्वयन प्रभावित होगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ही महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को पूरा किया जाता है। कुपोषण के लिए बंटने वाले आहार, गर्भवती माताओं के आहार से लेकर केंद्रों में बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी इनकी ही रहती है।

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