राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे पर अपराध दर्ज करने और फिर उनको फरार बताए जाने का मामला संसद तक पहुंच चुका है। इस मामले में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की है। प्रदेश के दिग्गज सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को इस मामले में ज्ञापन सौंपकर प्रदेश की कांग्रेस सरकार के प्रति नाराजगी जताई है।
लाेकसभा अध्यक्ष से मुलाकात को लेकर सांसद संतोष पांडे ने कहा कि- ओम बिरला जी से छत्तीसगढ़ के भाजपा सांसदों ने सौजन्य भेंट कर राजनीतिक दबाव में कवर्धा पुलिस द्वारा द्वेषपूर्ण कार्रवाई करते हुए सांसद की छवि धूमिल करने एवं विशेषाधिकार का हनन करने के खिलाफ शिकायत कर ज्ञापन सौंपा है।
दरअसल पिछले साल अक्टूबर के महीने में कवर्धा में हुए झंडा विवाद में सांसद संतोष पांडे और पूर्व सीएम डॉ रमन के बेटे अभिषेक सिंह ने रैलियां निकालीं थीं। इस पर पुलिस ने उन्हें हिंसा भड़काने का दोषी माना और केस दर्ज किया। पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं कि बल्कि दोनों नेताओं को फरार बता दिया। ये खबर मीडिया में आई तो सियासी बवाल शुरू हो गया था।
इन धाराओं में केस दर्ज है
पुलिस ने सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 109, 353, 332, 153(ए), 188, 295, 427, 120(बी), 144, 152, 440, 452, 455, 295(क) के तहत अपराध दर्ज किया है।
फरारी विवाद पर क्या बोले नेता
पूर्व सांसद अभिषेक सिंह ने कहा कि मेरे हर दौरे की जानकारी सबसे पहले कवर्धा एसपी के पास जाती है। मैं कवर्धा और नांदगांव के दौरे पर लगातार रहता हूं। प्रशासन को सूचना रहती है। यह कांग्रेस सरकार की बदलापुर की राजनीति है, जिसका सिलसिला पिछले तीन साल से चल रहा है। इसी का ये एक हास्यास्पद नमूना है।
पुलिस द्वारा फरार बताए जाने के बाद सांसद संतोष पाण्डेय का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि मैं राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र का सांसद हूं। इस नाते प्रतिदिन पूरे जिले में (राजनांदगांव व कवर्धा जिला) दौरा रहता है और मेरे दौरे की जानकारी पीएसओ के माध्यम से पुलिस विभाग को भी रहती है। मुझे आज तक किसी ने गिरफ्तार करने का प्रयास किया और न ही मैं कभी फरार रहा हूं। यह कांग्रेस सरकार की बदलापुर की राजनीति है।