नई दिल्ली: असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हमला करने वाले आरोपियों के सपोर्ट में अब हिंदू सेना आई है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने ट्वीट कर कहा कि दोनों आरोपियों जिसमें सचिन और शुभम शामिल हैं उनको कानूनी मदद दी जाएगी. गुप्ता ने इस हमले को चेतावनी बताया है. हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने लिखा, ‘ओवैसी की गाड़ी पर हमला कर चेतावनी देने वाले हिंदूवादी सचिन और शुभम को ‘हिंदू सेना’ कानूनी सहायता देगी व सम्मानित करेगी. यह हमला नहीं चेतावनी है, ओवैसी हिंदुओं के खिलाफ आग उगलना बंद करो.’
गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी जब उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक चुनावी कार्यक्रम में हिस्सा लेकर दिल्ली-नोएडा की तरफ लौट रहे थे, उस वक्त किठौर में छिजारसी टोल प्लाजा के पास दो लोगों ने उनकी गाड़ी पर गोलियां चलाईं. बाद में इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था. दोनों आरोपियों को पुलिस ने गुरुवार को ही पकड़ लिया था. कौन हैं ओवैसी पर हमला करने वाले हमले में शामिल सचिन नोएडा के बादलपुर का रहने वाला है. सचिन का कहना है कि उसने एलएलएम किया हुआ है. अबतक की जांच में पता चला है कि सचिन पर पहले से 307 का एक मुकदमा दर्ज है. वहीं पुलिस एलएलएम के क्लेम को वेरिफाई कर रही है. दूसरा आरोपी शुभम सहारनपुर का रहने वाला है. वह दसवीं पास है और खेती करता है. उसका अब तक कोई क्रिमिनल बैकग्राउंड नहीं निकला है. फिलहाल आगे जांच करके रिकॉर्ड को सहारनपुर पुलिस से क्रॉस चैक किया जा रहा है.
ओवैसी पर क्यों किया था हमला?
पूछताछ में सचिन और शुभम ने बताया है कि दोनों पहले से एक दूसरे को जानते हैं. दोनों ही ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के बयानों से बेहद नाराज थे. फेसबुक, ट्विटर, सोशल मीडिया पर ये ओवैसी के भाषण सुनते थे और उनसे बेहद नफरत करते थे. यूपी के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने बताया है कि धर्म विशेष पर दिए गए सांसद ओवैसी के बयान पर दोनों हमलावर आहत थे. इसके साथ-साथ राम जन्मभूमि पर ओवैसी के बयानों से भी दोनों में नाराजगी थी. मेरठ में किठौर में जब ओवैसी ने रैली की थी, तब से दोनों उनके पीछे थे.