रांची। आईसीएआर की अखिल भारतीय समन्वित औषधीय एवं सगंधित परियोजना के अधीन राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक कार्य समूह की बैठक हुई. इसमें स्थानीय बीएयू के वैज्ञानिक डॉ सुनील कुमार एवं डॉ अरुण कुमार तिवारी ने भाग लिया. बैठक में बीएयू वैज्ञानिकों ने सर्पगंधा फसल, समन्वित पोषण प्रबंधन, बोआई विधि एवं पौधों की दुरी का बढ़वार एवं उत्पादन पर प्रभाव और गिलोय फसल पर शोध उपलब्धियों को प्रस्तुत किया. कार्य समूह के निर्णायक मंडल ने बीएयू वैज्ञानिकों द्वारा सर्पगंधा की जैविक विधि से पोषण और गिलोय की नई किस्म के खोज से सबंधित शोध कार्यक्रम के प्रस्ताव को अनुमोदन दिया.
कार्य समूह की बैठक में कोरोना काल के बाद औषधीय एवं सगंधित फसलों की मांग एवं अनिवार्यता पर विस्तार से चर्चा हुई. पूरे देश में औषधीय एवं सगंधित फसलों की व्यावसायिक खेती को बढ़ावा देने और शोध संस्थानों में नये अनुसंधान किये जाने पर जोर दिया गया. बैठक में कार्य समूह के निर्णायक मंडल ने औषधीय एवं सगंधित फसलों के क्षेत्र में बिरसा कृषि विश्वविद्यालय अधीन संचालित परियोजना के सफल शोध कार्यो एवं राष्ट्रीय उपलब्धियों की सराहना की. वार्षिक कार्य समूह की बैठक का आयोजन औषधिय एवं सगंधित पौध अनुसंधान निदेशालय, बोरियावी, आनंद के सौजन्य से आनंद कृषि विश्वविद्यालय, आनंद, गुजरात में आयोजित किया गया था.