Pema Khandu Statement: अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच 9 दिसंबर, 2022 को झड़प हो गई थी. भारतीय सेना ने कहा कि 9 दिसंबर को झड़प होने के कारण दोनों पक्षों के कुछ सैनिकों को मामूली चोटें आई हैं. इस पूरे मामले पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन का बयान आ चुका है. इस बीच, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ये 1962 का भारत नहीं. भारतीय जांबाज चीन को मुंहतोड़ जवाब देंगे.
पेमा खांडू ने ट्वीट किया, यांगत्से मेरे विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है और हर साल मैं क्षेत्र के जवानों और ग्रामीणों से मिलता हूं. यह अब 1962 नहीं है. अगर कोई अतिक्रमण करने की कोशिश करता है, तो हमारे बहादुर सैनिक मुंहतोड़ जवाब देंगे.
Yangtse is under my assembly constituency & every year I meet the Jawans & villagers of the area.
It’s not 1962 anymore. If anyone tries to transgress, our brave soldiers will give a befitting reply.ईंट का जवाब पत्थर से नहीं, ईंट का जवाब लोहा से दे रही है हमारी वीर भारतीय सेना। https://t.co/xwqUrxfNl7
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) December 13, 2022
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने क्या कहा?
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद के दोनों सदनों में बयान दिया. राजनाथ सिंह ने मंगलवार को संसद को बताया कि चीन के सैनिकों ने नौ दिसंबर को तवांग सेक्टर में यांग्त्से क्षेत्र में यथास्थिति बदलने का एकतरफा प्रयास किया जिसका भारत के जवानों ने दृढ़ता से जवाब दिया और उन्हें लौटने के लिए मजबूर किया.
रक्षा मंत्री ने बताया, इस झड़प में किसी भी सैनिक की मृत्यु नहीं हुई है और न ही कोई गंभीर रूप से घायल हुआ है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को चीनी पक्ष के साथ कूटनीतिक स्तर पर भी उठाया गया है और इस तरह की कार्रवाई के लिए मना किया गया है.
चीन ने क्या कहा?
चीन ने तवांग सेक्टर में हुई झड़प पर कहा कि भारत से लगती सीमा पर स्थिति साामान्यत: स्थिर है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा कि दोनों पक्षों ने राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से सीमा संबंधी मुद्दों पर सुचारू सपंर्क बनाए रखा है. हालांकि, वांग ने यांग्त्सी क्षेत्र में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच नौ दिसंबर को हुए संघर्ष का विवरण देने से इनकार किया.