कोविड के बाद से वर्क फ्रॉम होम का चलन बढ़ गया है. कई लोग चाहते हैं कि उन्हें ऐसा काम मिले, जिससे वह घर बैठे ही कर सकें. महिलाएं भी चाहती हैं कि उन्हें ऐसा काम मिले कि जिसे घर से ही पूरा किया जा सके. साथ ही, वे अपनी घरेलू जिम्मेदारियों को भी निभा सकें. साइबर ठग लोगों की इसी मानसिकता फायदा उठा कर लोगों को वर्क फ्रम होम का झांसा दे रहे हैं और उन्हें ठगी का शिकार बना रहे हैं. साइबर अधिकांश मामलों में, वे काम शुरू होने से पहले जमानत राशि की मांग करते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि पीड़ित कितना हताश है.
कैसे ठगी को अंजाम देते हैं अपराधी?
ठाकुर ने वर्क फ्रॉम होम के नाम पर अनेक तरह के हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए हैं, फिर चाहे वह एक एग्रीमेंट के तहत टारगेट पूरा करने का काम दिया जाए या इसके अलावा वह इंग्लिश स्क्रिप्ट पढ़ कर लोगों का ब्रेन वॉश करते हैं और फिर उसके बाद उन्हें काम के जाल में फंसा लेते हैं.
मैसेज के जरिए वर्क फ्रम होम का ऑप्शन देते है. इसमें घर बैठे डेली कमाई करने का ऑफर दिया जा रहा था. इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए उन्होंने लिंक पर क्लिक किया, तो वह सीधे एक वॉट्सऐप नंबर पर पर चले जाते हैं. इसके बाद एक अनजान व्यक्ति की तरफ से एक रजिस्टर्ड वेबसाइट पर क्लिक करके रजिस्ट्रेशन पूरा करने को कहा जाता हैं.
सेफ रहने के लिए क्या करें?
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि वर्क फ्रॉम के नाम पर कोरोना के बाद से ठगी के मामले बहुत ज्यादा हो गए हैं. अगर कोई कंपनी ऑफर दे तो उसके बारे में पूरी जानकारी जुटाएं. अनजान नंबर से आने वाले लिंक के बाद अगर कोई टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ने की बात करे तो अलर्ट हो जाएं. ई-वॉलेट में जमा हुए रुपये निकालने के लिए और निवेश के लिए बोले तो फौरन साइबर सेल से शिकायत दें. किसी सर्वे या लिंक पर क्लिक करने के लिए कोई कंपनी पैसा नहीं देती है. ऐसे ऑफर से सतर्क रहें. 4-5 हजार रुपये रोज घर बैठे कमाने का ऑफर सिर्फ छलावा हो सकता है. नौकरी के लिए हमेशा कंपनी के दफ्तर में ही संपर्क करें.
ठगने वाली 100 से ज्यादा वेबसाइट बैन
इनके झांसे में आकर पिछले कुछ समय में कई लोगों के बैंक अकाउंट खाली हो गए. लेकिन सरकार ने इन फर्जी वेबसाइट पर बड़ा एक्शन लेते हुए धोखाधड़ी वाली 100 से ज्यादा वेबसाइट को बैन कर दिया है.