प्रति किमी 18 रू. सामान्य मरीज के लिए और कोविड पेसेंट के लिये 25 रू. तय है, लेकिन संस्कारधानी में तो लूट मची है
राजनांदगांव (दैनिक पहुना)। शहर में कतिपय निजी अस्पताल एम्बुलेंस सेवा के नाम पर भारी भरकम किराया मरीजों के परिजनों से ले रहे हैं। यह सेवा के नाम पर लूट है और अमानवीय भी है। ऐसे में एम्बुलेंस की प्रशासनिक स्तर पर तय दरों को जान लेना आवश्यक है तभी मरीजों के परिजन इस तरह की लूट का शिकार होने से बच सकते हैं। फिर भी मजबूरी का फायदा उठाया जाता है तो संबंधित अधिकारियों के पास शिकायत करते हुए न्याय की मांग की जा सकती है।
0- बीते साल के कोरोनाकाल से लिया जा रहा अधिक किराया, तय दरों की अनदेखी
प्राप्त जानकारी के अनुसार कतिपय प्राइवेट अस्पताल के प्रबंधन एम्बुलेंस सेवा के नाम पर अनाप-शनाप किराया मरीजों के परिजनों से लेते रहे हैं। इससे कोरोना काल के दौरान लोगों में आक्रोश व्याप्त हुआ था। संबंधित अधिकारियों तक शिकायत भी गई थी।
0- अप्रैल 2021 में निर्धारित की गई थी दरें
शिकायत मिलने के बाद प्रशासन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) की उपस्थिति में 17 अप्रैल 2021 को एंबुलेंस मालिकों की बैठक लेकर एंबुलेंस की प्रति किलोमीटर मरीजों को गंतव्य तक पहुंचाने सामान्य मरीज के लिये 18 रू. और कोविड मरीज के लिए 25 रू. प्रति किलोमीटर दर तय कर दिया था।
ज्ञातव्य है कि कोरोनाकाल के दौरान 2021 में शासन द्वारा मरीजों को अस्पताल पहुंचाने प्राइवेट एंबुलेंस-प्राइवेट वाहनों का अधिग्रहण नहीं किया गया था। प्रति किलोमीटर रेट तय करने के साथ यह भी निर्देश दिया गया था कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन सिलेंडर तथा आपातकालीन किट अवश्य रखे जायें। साथ ही यह चेतावनी भी दी गई थी कि अगर अनियमितता पायी गई तो आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। आज देखें तो एंबुलेंस सेवा के नाम पर कतिपय एंबुलेंस स्वामी या अस्पताल प्रबंधन लूट मचाकर रखे हुए हैं जिससे मरीजों के परिजन परेशान हैं।
‘‘मैंने अस्पताल प्रबंधनों को निर्देश जारी कर दिया है कि वे एम्बुलेंस आदि सेवा की तय दरें डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित करें। नहीं करने पर कार्यवाही की जायेगी।’’
डॉ. मिथलेश चौधरी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
‘‘एम्बुलेंस की प्रति किलोमीटर दरें 17 अप्रैल 2021 की बैठक के अनुसार 18 रू. सामान्य मरीज के लिये और 25 रू. कोविड-19 मरीज के लिये निर्धारित की गई थी। बड़े और छोटे एंबुलेंस का अलग-अलग किराया किस हिसाब से तय किया गया था इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है।’’
यशवंत यादव
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी