राजनांदगांव। पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह के निर्देशन में थाना कोतवाली, बसंतपुर, डोंगरगांव, खैरागढ़, बोरतलाव एवं ओपी तुमड़ीबोड़, ओपी जालबांधा, ओपी मोहारा व जिले के समस्त थाना, चौकी द्वारा अपने अपने क्षेत्रों में नारकोटिक्स, ड्रग्स के खिलाफ कार्यवाही एवं जागरूकता अभियान के तहत् चौक चौराहो, सार्वजनिक स्थानों, बाजार आदि जगहों पर दिवारों में पेटिंग एवं बैनर, पोस्टर चस्पा कर गांजा, ड्रग्स, सिलोशन एवं सिरिंज से होने वाले दुष्परिणामों से जागृत किया गया जा रहा है। नारकोटिक्स, ड्रग्स के दुष्प्रभाव सिर्फ उस व्यक्ति को तबाह नहीं करते, जो इसके आदी होते हैं, बल्कि ये परिवार, समाज और राष्ट्र को भी जर्जर करते हैं। ड्रग्स का सेवन यानी नशाखोरी की देन थ्रीडी बुराइयां हैं। पहली ‘डार्कनेस’ यानी जीवन में अंधेरा, दूसरी ‘डिस्ट्रक्शन’ यानी बर्बादी के मोड़ पर पहुँचना तथा तीसरी ‘डिवास्टेशन’ यानी सम्पूर्ण रुप से तबाही। नारकोटिक्स/ड्रग्स की बुराइयों एवं दुष्प्रभावों से परिवार, समाज एवं राष्ट्र को बचाने के लिए पुलिस द्वारा ‘‘निजात’’ अभियान कार्यक्रम के माध्यम से जिले में जागरूकता अभियान बड़े व्यापक रूप से प्रचार-प्रसार करते हुये स्कूली बच्चों और ग्राम जनों को नशा से होने वाले दुष्परिणामों को बारे में बताया जा रहा है साथ ही साथ महिला सुरक्षा एप अभिव्यक्ति, सायबर क्राईम, एटीएम फ्रॉड, गुड टच बेड टच, की जानकारी के बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी देकर समझाया जा रहा है. साथ ही पुलिस द्वारा नशा कारोबार में संलिप्त अपराधियों की धरपकड़ कर उनके विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही भी किया जा रहा है जिससे अपराधियों मैं खौफ का माहौल है और अच्छी कानून व्यवस्था होने से लोगों में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।