मुदलियार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में ट्रेनों का संचालन बद से बदतर स्थिति में है। लगातार अपने व्यवसायिक मित्रों को लाभ दिलाने की दिशा में ही सार्वजनिक उपक्रम का उपयोग किया जा रहा है। इससे आमजनता बुरी तरह प्रभावित हो रही है। उनकी समस्याओं से न ही केंद्र सरकार को कोई लेना देना है और न हीं भाजपा के सांसद को।
युवा आयोग अध्यक्ष ने यहां रेलवे प्रबंधन से स्टेशन में हो रही असुविधाओं, ट्रेनों के समय सारिणी के अनुसार न चलने, शादी और छुट्टियों के सीजन में दर्जनों ट्रेनों के रद्द होने और बगैर पूर्व सूचना के ऐन वक्त पर ट्रेनों के स्टॉपेज के लिए प्लेटफॉर्म बदल दिए जाने जैसी समस्याओं को लेकर बात की। मुदलियार ने रेलवे प्रबंधन से चर्चा में कहा कि – बच्चों की छुट्टियों और शादी-ब्याह के सीज़न में दर्जनों ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। यात्री इससे बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। ट्रेनों का समय पर न चलना भी आम बात हो चुकी है। इसे लेकर रेलवे डिवीजन प्रबंधन गंभीर भी नहीं दिखता।
उन्होंने कहा कि ,लगातार दोनों दिशाओं की ट्रेनों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाया जा रहा है। ऐसा किए जाने से पहले यात्रियों को सूचित भी नहीं किया जाता। इससे रेलवे स्टेशन में अचानक आपाधापी की स्थिति बन रही है। लोग जान खतरे में डालकर ट्रेनों में सवार होने की कोशिश कर रहे हैं। बुजुर्ग और बच्चों को इससे बड़ा खतरा है। यात्रियों की ट्रेने छूट जा रही हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे की इस अव्यवस्था के चलते लोग किसी दिन बड़े हादसे का शिकार हो सकते हैं। यह गंभीर लापरवाही है।
यहां उन्होंने मोतीपुर फाटक के विकल्प बतौर फुटओवर ब्रिज-अंडर पास के मुद्दे पर भी चर्चा की। मुदलियार ने इस दौरान शंकरपुर ओवरब्रिज के पास शंकरपुर मोड़ पर कांक्रीटीकरण की आवश्यकता पर भी बात की। उन्होंने 20 दिनों के भीतर तमाम समस्याओं के निराकरण न होने पर आंदोलन की चेतावनी रेलवे प्रबंधन को दी है।
इस दौरान संभागीय कांग्रेस प्रवक्ता कमलजीत सिंह पिंटू, सिंधी अकादमी के सदस्य अशोक पंजवानी, मामराज अग्रवाल, राकेश जोशी, प्रेम रुपचंदानी, प्रदेश युवा कांग्रेस महासचिव चेतन भानुशाली, सुनील आहुजा, राजिक सोलंकी, राकेश चंद्राकर, विमल रमानी, लेखू यादव, अमित कुशवाहा, शेख आसिफ, आयुष यादव, जुनैद बड़गुज़र, डिलू साहू, आशीष साहू, अभय साहू, भूपेंद्र साहू सहित अन्य कांग्रेसीजन मौजूद थे।