रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री ओ.पी. चौधरी ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि पीएससी की गड़बड़ियों को लेकर शिकायत मिलने पर कार्रवाई करने की बात कहकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फिर झूठ परोस रहे हैं और प्रदेश को गुमराह कर रहे हैं। दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पीएससी मामले में जाँच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की गारंटी के बाद मुख्यमंत्री बघेल विचलित हो चले हैं और अब फिर शिकायत नहीं मिलने की बात कर रहे हैं। चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को लगातार झूठ बोलने की इतनी बुरी लत लग चुकी है कि अब वह कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं से भी झूठ बोलने में जरा भी नहीं हिचकिचा रहे हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री चौधरी ने कहा कि छात्रों ने भूपेश बघेल के राज में छत्तीसगढ़ के पीएससी घोटाले की पोल उनके नेता राहुल गांधी के सामने खोल कर रख दी ।लेकिन अपने पापों पर परदा डालते मुख्यमंत्री बघेल झूठ का ढोल पीटने से बाज नहीं आये कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली, जबकि सत्य यह है कि उनके निवास कार्यालय में लिखित शिकायत देकर पीएससी घोटाले की सारी जानकारी दी गई थी और इसकी पावती इस बात की गवाही दे रही है कि भूपेश बघेल मुख्यमंत्री के पद पर बैठकर सरासर झूठ बोलते हैं। उन्होंने सत्यनिष्ठा की शपथ की हर मामले में धज्जियां उड़ाई हैं। भूपेश झूठ के सिवाय कुछ नहीं बोलते। उनके नेता राहुल गांधी को अब समझ में आ जाना चाहिए कि किस झूठेश की बातों में आकर वे भी झूठ परोसने लग जाते हैं। चौधरी ने पूछा कि पीएससी मामले में जब उच्च न्यायालय ने 18 लोगों की नियुक्ति पर रोक लगाकर इस पूरे मामले की जाँच का आदेश दे दिया है तो फिर मुख्यमंत्री बघेल को अब कार्रवाई करने में क्यों दिक्कत हो रही है? इसी प्रकार पीएससी की गड़बड़ी के एक ताजा मामले के खुलासे में यह आईने की तरह साफ नजर आ रहा है कि गलत उत्तर देने वाले अभ्यर्थियों को या तो पूरे या फिर सही उत्तर देने वाले अभ्यर्थी से अधिक अंक दिए गए हैं।
भाजपा प्रदेश महामंत्री चौधरी ने कहा कि भाजपा और अन्याय पीड़ित युवाओं ने बार-बार प्रदेश सरकार से इस पर ध्यान आकृष्ट कराया है, लेकिन मुख्यमंत्री बघेल मुँह में दही जमाए बैठे हैं। पीएससी की गड़बड़ियों को लेकर प्रदेश के पीड़ित युवाओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे तक से शिकायत की, लेकिन मुख्यमंत्री बघेल के झूठ के आगे कांग्रेस के केंद्रीय नेताओं के मुँह से एक बोल तक नहीं फूटा और दोनों नेता इस मुद्दे पर खामोशी ओढ़कर लौट गए। चौधरी ने कहा कि अब भाजपा और अन्याय पीड़ित युवाओं के दबाव में मुख्यमंत्री बघेल कार्रवाई की बात तो कह रहे हैं लेकिन इससे पहले ही वे पीएससी घोटाले जिम्मेदारों को क्लीन चिट दे देते हैं। मुख्यमंत्री बघेल अफसरों-कांग्रेस नेताओं के बेटे-बेटियों की नियुक्ति पर उठाए जा रहे सवाल को लेकर विचलित क्यों हैं? आखिर एक ही परिवार से पाँच-पाँच लोगों की नियुक्ति पर सवाल उठने तो लाजिमी हैं।