खैरागढ़ विधानसभा उप चुनाव के लिए सत्ताधारी कांग्रेस ने आक्रामक प्रचार अभियान तेज किया है। शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अलग जिला बनाने के चुनावी वादे की गारंटी दी। अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लिखा, सेव द डेट – 17 अप्रैल को खैरागढ़ में कांग्रेस का विधायक बनेगा। 17 अप्रैल को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बनेगा।
इस पोस्ट से पहले पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने खैरागढ़ को अलग जिला बनाए जाने के वादे को लेकर हो रही आलोचनाओं का जवाब दिया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के बयान के हवाले से पूछे सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, रमन सिंह ने खैरागढ़ को हमेशा उपेक्षित किया है। अब खैरागढ़ को सम्मान मिला है तो उनको बर्दाश्त नहीं हो रहा है। यह बात खैरागढ़ की जनता भली-भांति जान चुकी है। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के विधायक देवव्रत सिंह के निधन से खाली हुई खैरागढ़ विधानसभा सीट पर उप चुनाव हो रहे हैं। यहां 12 अप्रैल को मतदान होना है। 16 अप्रैल को मतगणना और परिणाम की घोषणा होनी है। कांग्रेस ने राजनांदगांव जिला पंचायत की पूर्व सदस्य और खैरागढ़ ब्लॉक कांग्रेस की अध्यक्ष यशोदा वर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक कोमल जंघेल को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में जीत के 24 घंटे के भीतर खैरागढ़ को अलग जिला बनाने का वादा किया है। यह वादा भी उन्होंने पहले क्रम पर रखा है। इस वादे को लेकर कांग्रेस विपक्ष के निशाने पर है।
विकास नहीं होने के आरोपों को खारिज किया
विपक्ष की ओर से लग रहे पिछले तीन सालों में विकास नहीं होने के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, सड़कों के निर्माण, सिंचाई की व्यवस्था, शिक्षा, स्वास्थ्य, लोगों का रोजगार, किसानों को सही दाम, मजदूरों व महिलाओं के सम्मान देने की बात हमारी सरकार बेहतर ढंग से कर रही है।
महंगाई के बहाने भाजपा पर निशाना
मुख्यमंत्री ने महंगाई के बहाने केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, भाजपा को जानना चाहिए कि केंद्र की नीतियों के कारण आज महिलाएं परेशान हैं, एलपीजी महीने में तीसरी बार बढ़ोतरी हुई है, पेट्रोल के दाम रोज बढ़ रहे हैं। 12 दिन में 10 बार कीमत में वृद्धि हुई है। भारतीय जनता पार्टी बताए, उसमें महंगाई के विरोध में क्यों बात नहीं करती। रोज पेट्रोल डीजल के भाव 80-80 पैसे बढ़ रहे हैं, भाजपा के नेता मौन क्यों हैं।