बलौदाबाजार हिंसा मामला: NSUI नेता सूर्यकांत वर्मा की गिरफ्तारी को कांग्रेस ने बताया राजनीतिक षडयंत्र

बलौदाबाजार. छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिला में 10 जून को हुई हिंसक घटना मामले में पुलिस ने NSUI नेता सूर्यकांत वर्मा को गिरफ्तार किया है. पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई पर कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर गिरफ्तारी पर आपत्ती जताते हुए दावा किया है, कि वह घटना के समय वहां मौजूद नहीं था. इसके साथ ही कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन पर भाजपा के इशारे पर कांग्रेस नेताओं के खिलाफ राजनीतिक गिरफ्तारी के आरोप लगाए हैं.

कांग्रेस जिला अध्यक्ष हितेंद्र ठाकुर और शैलेश नितिन त्रिवेदी ने मीडिया से बातचीत करते हुए सूर्यकांत वर्मा की गिरफ्तारी को गलत बताया है. इसके साथ ही पीसी की वीडियो जारी कर दावा किया है कि सूर्यकांत वर्मा घटना के समय कलेक्ट्रेट परिसर में मौजूद नहीं था. कांग्रेस का कहना है कि प्रदर्शन के समय विधायक देवेंद्र यादव के साथ रहने के बाद  सूर्यकांत दोपहर 3.40 बजे कृष्णायन पहुंच गया था.

कांग्रेस ने कहा कि गलत अनुचित और हर प्रकार के हिंसक घटना की हम निंदा करती है, लेकिन निर्दोषों पर कार्रवाई स्वीकार नहीं है. बलौदाबाजार में भाजपा की सरकार अपनी नाकामियाबी को थोपने के लिए निर्दोषों पर कार्रवाई कर रही है. कांग्रेस ने दावा किया है कि पुलिस जिसका वीडियो दिखा रही है, वह लड़का सूर्यकांत वर्मा  नहीं है. कांग्रेस का आरोप बीजेपी के नेता मंच पर मौजूद थे, लेकिन पुलिस उनपर कार्रवाई नहीं कर रही है.

इसके साथ ही कांग्रेस ने पुलिस पर कार्रवाई में पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि सूर्यकांत वर्मा को निर्दोष होते हुए भी गंभीर धाराओं में गिरफ्तार कर लिया गया है. यह सपष्ट दिखाता है कि भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है.

पीसी में उन्होंने यह भी बताया कि बलौदाबाजार में हिंसक घटना जिस दिन हुई (10 जून), ठीक उसके पहले दिन सूर्यकांत वर्मा की परीक्षा थी. उन्होंने कहा कि सूर्यकांत की परीक्षाएं अब भी जारी हैं, 4 जुलाई को भी उसकी परीक्षा. लेकिन उस पर पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर रही है, जो गलत है.

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