राजनांदगांव। शासकीय दिग्विजय स्वशासी स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्कृत, समाजशास्त्र , समाज कार्य , राजनीति विभाग, योग विभाग तथा ग्रंथालय में बसंत पंचमी कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डॉ के एल टांडेकर के मार्गदर्शन में किया गया। मुख्य कार्यक्रम महाविद्यालय के कार्यालय में आयोजित किया गया । इस अवसर पर महाविद्यालय के कार्यालय परिसर में महाविद्यालय की सहायक प्राघ्यापक डा अनिता शाह द्वारा अपने पिता स्वर्गीय श्री श्यामलाल जी कसार की स्मृृति में प्रदत्त विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की गई । कार्यक्रम का आरम्भ वैदिक मन्त्रोच्चार पूर्वक किया गया । वैदिक मन्त्रों के उच्चारण एवं शंख वादन की मधुर ध्वनि के मध्य माँ सरस्वती की प्रतिमा का अनावरण संस्था के प्राचार्य डॉ. के. एल. टाण्डेकर द्वारा किया गया। इसके पश्चात्यज्ञ एवं हवन का कार्यक्रम विधि विधान पूर्वक संपन्न किया गया। जिसमें यजमान के रूप में डॉ. अनिता साहा एवं ब्रह्मा के रूप में पं.जितेन्द्र झा अवस्थित थे । इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राध्यापक एवं कर्मचारीगण बड़ी संख्या में शामिल हुए । मुख्य कार्यक्रम की सम्पूर्ण व्यवस्था एवं सं्चालन संस्कृत विभाग के प्राध्यापकों एवं विद्याथियों द्वारा किया गया।
पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग में प्राचार्य डॉ के एल टांडेकर, रजिस्ट्रार श्री दीपक परगनिहा वरिष्ठ प्राध्यापक डॉक्टर अंजना ठाकुर उपस्थित हुए । कार्यक्रम के अंतर्गत सर्वप्रथम मां सरस्वती की मूर्ति का पूजन एवं वंदन किया गया । प्राचार्य डॉ के एल टांडेकर नें कहा कि भारतीय संस्कृति में सरस्वती देवी का महत्वपूर्ण स्थान है। सरस्वती को विद्या की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। विद्या की प्राप्ति के निमित प्रतिवर्ष वसंत पंचमी की तिथि में सरस्वती देवी की स्तुति की जाती है। बसंत पंचमी के लिए शुभकामनाएं दी गई। उक्त कार्यक्रम में ग्रंथपाल श्री परसराम, अध्यापक श्री टिकेश कुमार अन्य कर्मचारी गण एवं विभाग के सभी विद्यार्थी उपस्थित रहे। समाजशास्त्र एवं समाज कार्य विभाग में समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ ए के मंडावी , समाज कार्य विभागाध्यक्ष श्रीमती ललिता साहू तथा अन्य प्राध्यापक गण डॉ प्रियंका लोहिया, सुश्री तारिणी साहू, श्रीमती चित्राशा राठौर , श्रीमती शालिनी सोनी एवं समाजशास्त्र एवं समाज कार्य विभाग के सभी विद्यार्थीयों की उपस्थिति में बसंत पंचमी का उत्सव मनाया जाता है । महाविद्यालय के राजनीति विभाग तथा योग विभाग में भी बसंत पंचमी का आयोजन कर मां सरस्वती की पूजा अर्चना की गई ।