नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खेले गए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में संयुक्त रूप से प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ रहे स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा को पुरस्कार देते हुए बीसीसीआई ने एलीट ग्रेड ए प्लस में शामिल किया है. वहीं खराब बल्लेबाजी की वजह से केएल राहुल को डिमोट करते हुए बी श्रेणी में और तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार को सेंट्रल कांट्रेक्स से बाहर कर दिया गया है.
बीसीसीआई ने रविवार को चार श्रेणियों वाले सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट की घोषणा की. 7 करोड़ रुपए वाले ए प्लस ग्रुप, 5 करोड़ रुपए वाला ए ग्रुप, 3 करोड़ रुपए वाला बी ग्रुरुप और 1 करोड़ रुपए वाला सी ग्रुप में 26 क्रिकेटरों को रिटेनरशिप दी गई है.
चोट की वजह से लंबे समय तक खेल से अलग रहे रविंद्र जडेजा को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत करते हुए एलीट ग्रेड ए प्लस में शामिल किया गया है. ग्रुप में जडेजा के साथ कप्तान रोहित शर्मा, पूर्व कप्तान विराट कोहली के साथ तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को रखा गया है.
अक्षर पटेल को मिली पदोन्नति
इसके साथ ही बीसीसीआई ने बेहतरीन फिरकी के लिए अक्षर पटेल को ए श्रेणी में पदोन्नत किया है, वहीं शीर्ष क्रम के बल्लेबाज केएल राहुल को खराब प्रदर्शन के बाद ग्रेड बी में पदावनत कर दिया गया है. इसके अलावा तेज गेंदबाज भुवनेश कुमार, बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे और तेज गेंदबाज इशांत शर्मा को अनुबंध में शामिल नहीं किया गया है.
विकेटकीपर भरत पहली बार अनुबंधित
इनके अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत को पहली बार केंद्रीय अनुबंध में शामिल करते हुए ग्रुप सी में जगह दी गई है. वहीं पिछले साल दिसंबर में हुई भयानक दुर्घटना के बाद आराम कर रहे स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ए श्रेणी में बने हुए हैं, जिसमें हार्दिक पांड्या, रविचंद्रन अश्विन और मोहम्मद शमी भी शामिल हैं.
ग्रुप बी में छह क्रिकेटरों को मिली जगह
ग्रुप बी में छह क्रिकेटरों को जगह दी गई है, जिनमें चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मोहम्मद सिराज, सूर्यकुमार यादव और शुभमन गिल शामिल है. ग्रुप सी में केएस भरत के अलावा उमेश यादव, शिखर धवन, शार्दुल ठाकुर, इशान किशन, दीपक हुड्डा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, वाशिंगटन सुंदर, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह जैसे 11 क्रिकेटर शामिल हैं.
अलग-अलग ग्रुप का अलग-अलग महत्व
एलीट ए प्लस श्रेणी में ऐसे खिलाड़ी हैं जो तीनों प्रारूपों के लिए एक निश्चित शॉट उम्मीदवार हैं, जबकि ‘ए’ में वे क्रिकेटर शामिल हैं, जो टेस्ट और एक दिवसीय मैचों के लिए निश्चित हैं. ग्रुप बी में सीमित ओवरों के क्रिकेट के लिए जिन खिलाड़ियों पर विचार किया जाता है, वे शामिल होते हैं, जबकि सी ग्रुप के खिलाड़ियों को आम तौर पर नियमित रूप से तीन प्रारूपों में से एक के लिए अनुकूल माना जाता है.