Caste Census In Chhattisgarh: कांग्रेस (Congress) राजस्थान और छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी बिहार (Bihar) की तर्ज पर जातिगत जनगणना (Caste Census) कराने की तैयारी कर रही है. जयपुर में कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में जाति जनगणना कराने का ऐलान किया है. वहीं, कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में भी जातिगत जनगणना कराने की घोषणा की है. कांकेर में रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने कहा कि दोबारा सत्ता आने पर उनकी सरकार छत्तीसगढ़ में भी जनगणना कराएगी.
चुनाव से पहले कांग्रेस का बड़ा ऐलान
बता दें कि कांग्रेस का राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनाव से पहले जातिगत जनगणना कराने का ऐलान बड़ा फैसला माना जा रहा है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने छत्तीसगढ़ की जनता से वादा करते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी की सरकार फिर से राज्य में बनती है तो छत्तीसगढ़ में भी बिहार की तर्ज पर जाति आधारित जनगणना कराई जाएगी. इसके अलावा प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ की जनता से फिर से सरकार बनने पर गरीबों के खातिर 10 लाख घर बनाने का भी वादा किया.
प्रियंका गांधी का जातीय जनगणना पर बयान
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ये भी कहा कि केंद्र में बैठी बीजेपी गठबंधन की सरकार अमीरों के लिए है. उसे गरीबों और मिडिल क्लास की कोई चिंता नहीं है. प्रियंका गांधी ने आगे कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी फिर से छत्तीसगढ़ की सत्ता में आती है, तो बिहार में किए गए जातिगत सर्वे की तरह यहां भी जातिगत जनगणना होगी.
छत्तीसगढ़ में उठाया ओबीसी का मुद्दा
प्रियंका ने ये भी कहा कि मैंने इस संबंध में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की है. बिहार में आपने देखा कि 84 प्रतिशत आबादी अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की है. बड़े पदों पर क्या ओबीसी, एससी और एसटी समुदाय के लोगों की संख्या 84 प्रतिशत है? क्या उनके पास हक है? जातीय जनगणना क्यों नहीं होनी चाहिए? इसे जरूर किया जाना चाहिए.
गौरतलब है कि चुनाव से पहले कांग्रेस के इस ऐलान को चुनाव से पहले ओबीसी को लुभाने का एक बड़ा कदम माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ में ओबीसी की जनसंख्या का करीब 45 फीसदी है. ऐसे में कांग्रेस चाहती हैं कि ओबीसी का बड़ा वर्ग उनके साथ आ जाए और चुनाव में उनका वोटिंग प्रतिशत बढ़ जाए.