रेड से पहले एजेंसियों ने बनाई थी PFI की ‘क्राइम कुंडली’

 

NIA Raid on PFI: पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (PFI) पर पिछले दिनों हुए रेड से पहले खुफिया एजेंसी आईबी और रॉ ने पीएफआई की गतिविधियों की अहम जानकारियां इकट्ठी की थीं, जिसमें उसके कैडर और उनके नेताओं से जुड़ी जानकारियों वाला एक डोजियर तैयार किया था. छापे से पहले पीएफआई के डोजियर को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) को मुहैया कराई गई थी. जी मीडिया को मिली एक्सलूसिव जानकारी के मुताबिक मिडनाईट में हुए ऑपरेशन से पहले दिल्ली में एक स्पेशल कंट्रोल रूम बनाया गया था. ऑपरेशन पर नजर रखने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और आईबी चीफ तपन डेका ने पूरी रात इसी कंट्रोल रूम में गुजारी थी.

मीटिंग में बनाया गया था पूरा प्लान

एनआईए, ईडी और कुछ राज्यों की पुलिस के जरिए पीएफआई के 93 लोकेशन पर छापे डाले गए थे, जिसमें पीएफआई के कुल 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. अगस्त महीने में गृह मंत्री अमित शाह ने पीएफआई पर कार्रवाई करने के लिए एनएसए अजीत डोभाल, आईबी चीफ तपन डेका और रॉ चीफ सामंत गोयल के साथ एक अहम बैठक की थी, जिसमें पीएफआई की राष्ट्रविरोधी गतिविधियों की जानकारी जुटाने का निर्णय लिया गया था.

रातों-रात हुईं छापेमारी

पीएफआई पर सर्जिकल स्ट्राइक करने से पहले खुफिया एजेंसियों की अलग-अलग टीम ने पीएफआई के हर उस काडर के बारे में जानकारियां जुटाई थी, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा था. पीएफआई के खिलाफ हुए कुछ रेड ऐसे लोकेशन पर हो रही थी, जिससे एनआईए और ईडी टीम की सुरक्षा को खतरा था. ऐसे में छापे को इस तरह से प्लान किया गया कि सुबह जब तक सभी को ये पता चलता कि पीएफआई पर रेड हो रही थी सभी टीमें सुरक्षित अपने ठिकानों पर लौट आएं. देखा जाए तो पीएफआई पर हुए छापे में ऐसा ही हुआ. सुबह आठ बजे तक ज्यादातर टीमें आरोपियों को अपने साथ लेकर हेडक्वार्टर पर वापस आ गई.

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