Bengaluru Building Collapse: बेंगलुरु में भारी बारिश से 7 मंजिला इमारत गिरी, 5 लोगों की मौत

Bengaluru Building Collapse: कर्नाटक में भारी बारिश (heavy rain in karnataka) के कारण बेंगलुरु में मंगलवार को एक निर्माणाधीन 7 मंजिला इमारत गिर गई। इसमें 5 लोगों की मौत ( 5 people dead) हो गई। मलबे के अंदर 21 लोग फंसे हुए थे, जिनमें से 13 लोगों को बचा लिया गया है। वहीं, 3 लोगों को मलबे से निकालने के लिए रेस्क्यू चल रहा है।

कर्नाटक में इस मुद्दे पर सियायत शुरू हो गई है। विपक्षी दल JDS ने कांग्रेस पर बेंगलुरु की दुर्दशा करने का आरोप लगाया है।वहीं, इमारत गिरने के बाद कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा- हम नेचर को नहीं रोक सकते। पिछले दिनों दुबई और दिल्ली में क्या हुआ, आप सबने देखा ही होगा। इसे नहीं रोका जा सकता। हम लोगों को बचाने के लिए जल्द से जल्द एक्शन ले रहे हैं। वहीं, विपक्षी पार्टी जेडीएस और बीजेपी ने निशाना साधते हुए कहा- कांग्रेस ने बेंगलुरू की दुर्दशा कर दी।

डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरू के पूर्वी भाग में होरमावु अगरा क्षेत्र में एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने के बाद बचाव अभियान जारी है। बुधवार सुबह इस हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। बेंगलुरु पुलिस ने इसकी जानकारी दी है। पुलिस ने मृतकों के नाम जारी कर दिए हैं, जिनमें अरमान, त्रिपाल, मोहम्मद साहिल, सत्यराजू शामिल हैं.  प्रशासन ने पीड़ितों के परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया है।

3 मृतक बिहार के

एडिशनल कमिश्नर ने बताया कि 5 मृतकों में से 3 मजदूर बिहार के थे इनकी पहचान हरमान (26), त्रिपाल (35), मोहम्मद साहिल (19) के रूप में हुई। वहीं, सत्या राजू (25) और शंकर की जानकारी अभी सामने नहीं आई है।

कर्नाटक में भारी बारिश से बिगड़े हालात

बेंगलुरु में मंगलवार को हुई भारी बारिश ने शहर के कई हिस्सों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। जलभराव की वजह से सड़कें नदियों में तब्दील हो गई हैं और वाहनों के अर्ध-डूबने की कई तस्वीरें सामने आई है। सोशल मीडिया पर शेयर किए गए वीडियो में देखा जा सकता है कि भारी बारिश की वजह से लोग अपने घरों के अंदर पानी भरने की शिकायत कर रहे हैं।मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस  में कहा कि भारी बारिश की स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा, “हम हालात की गहन निगरानी कर रहे हैं. सभी आवश्यक तैयारियां की जा चुकी है। प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया जा रहा है, और जल्द से जल्द राहत उपाय लागू किए जाएंगे।

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