लखनऊ। नोएडा में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जिसमें गेल (गैस अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) के पूर्व चीफ जनरल मैनेजर देवानंद पासवान से लगभग 1 करोड़ 49 लाख रुपये की ठगी की गई है। ठगी के आरोपियों ने उन्हें पोलैंड में पार्ट टाइम जॉब दिलाने का झांसा दिया और एक बड़े साइबर धोखाधड़ी के जरिए उनकी पूरी रकम हड़प ली।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए किया संपर्क
यह मामला तब सामने आया जब देवानंद पासवान ने साइबर थाने में अपनी शिकायत दर्ज कराई। जो कुछ महीने पहले ही गेल से रिटायर हुए थे, पासवान के मुताबिक, उन्हें एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए संपर्क किया गया था। जहां उन्हें पोलैंड में एक अच्छे पैकेज पर पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया था। पहले तो ठगों ने उन्हें छोटे मुनाफे का लालच देकर उनका विश्वास जीता और बाद में बार-बार रकम जमा करवाने के लिए कहा। ठगों ने उन्हें विश्वास में लिया और कई बार छोटे लाभ के साथ जॉब का झांसा दिया, लेकिन बाद में उनके खाते से बड़ी रकम निकाल ली गई। यह पूरी प्रक्रिया तब तक चलती रही जब तक पासवान को ठगी का एहसास नहीं हुआ। इस दौरान ठगों ने 25 विभिन्न बैंक खातों में कई बार रकम जमा करवाई, जिससे उनके विश्वास को मजबूत किया गया।
साइबर थाने में दर्ज कराई एफआईआर
देवानंद पासवान ने जैसे ही यह धोखाधड़ी समझी, उन्होंने तुरंत नोएडा के साइबर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ठगों का नेटवर्क कितना बड़ा है और उन्होंने कितने अन्य लोगों को शिकार बनाया है। यह घटना साइबर अपराधों में बढ़ोतरी को लेकर एक गंभीर चेतावनी है, जिसमें ठग इंटरनेट के माध्यम से लोगों को झांसा देकर उन्हें भारी नुकसान पहुंचा रहे है। अब तक के शुरुआती संकेतों के अनुसार, पुलिस को कई ठगों के बारे में जानकारी मिल चुकी है और वे इस गिरोह के सरगना तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं।