नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से पर्यटन मंत्रालय द्वारा गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में 26 से 31 जनवरी तक दिल्ली के लाल किले में छह-दिवसीय मेगा इवेंट भारत पर्व का आयोजन किया जा रहा है। मंत्रालय के अनुसार ये भारत पर्व क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के साथ-साथ राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा प्रदर्शन, एक अखिल भारतीय फूड कोर्ट और 65 हस्तकला स्टालों के साथ अखिल भारतीय शिल्प बाजार इस कार्यक्रम का हिस्सा होगा।
केंद्र सरकार ने इस आयोजन के लिए पर्यटन मंत्रालय को नोडल मंत्रालय के रूप में नामित किया है, जिसके मुख्य आकर्षण में आयोजन स्थल पर सर्वश्रेष्ठ गणतंत्र दिवस परेड झांकी का प्रदर्शन, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के साथ-साथ राज्यों व केंद्रशासित प्रदेशों की सांस्कृतिक मंडलियां, पैन इंडिया फूड कोर्ट और पैन – इंडिया क्राफ्ट बाजार जिसमें 65 हस्तकला स्टॉल शामिल हैं। मंत्रालय के अनुसार इस कार्यक्रम का उद्घाटन 26 जनवरी को शाम 5:30 बजे होगा और 26 जनवरी शाम 5:30 बजे से रात्रि 10:00 बजे तक तथा 27 से 31 जनवरी, 2023 तक दोपहर 12:00 बजे से रात 10:00 बजे तक आम जनता के लिए खुला रहेगा। इस आयोजन से बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। मंत्रालय की ओर से उसी हिसाब से तैयारी भी की गई है।
इससे पहले 2016, 2017, 2018, 2019 और 2020 (और वर्ष 2021 में वर्चुअल) में लाल किले के सामने लॉन और ज्ञान पथ पर भारत पर्व आयोजित किया गया था। लाल किले के सामने लॉन और ज्ञान पथ पर 2 साल के अंतराल के बाद इस तरह का फिजिकल इवेंट का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में फूड फेस्टिवल, हस्तशिल्प मेला, लोक और आदिवासी नृत्य प्रदर्शन, सांस्कृतिक मंडलियों द्वारा प्रदर्शन, गणतंत्र दिवस झांकी का प्रदर्शन, लाल किले की प्रकाश सज्जा आदि शामिल होंगे।
आयोजन के दौरान देखो अपना देश, एक भारत श्रेष्ठ भारत, जी20 और मिशन लाइफ के लिए ब्रांडिंग एवं प्रचार भी शामिल होंगे। इस छह-दिवसीय आयोजन में प्रमुख तौर पर क्षेत्रीय भोजन, खाद्य विक्रेताओं द्वारा स्टाल, खाद्य प्रदर्शन (पोषक अनाज वर्ष पर केंद्रित), हस्तकला और हथकरघा, विकास आयुक्त, हैंडलूम द्वारा स्टॉल, खादी ग्राम उद्योग, ट्राइफेड द्वारा स्टॉल, संस्कृति और विरासत, क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र (संस्कृति मंत्रालय) द्वारा नृत्य प्रदर्शन, झांकी का प्रदर्शन, नुक्कड़ नाटक जैसी चीजें आकर्षण का केंद्र रहेगी।