नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के करीबी आरपीएन सिंह (RPN Singh) ने कांग्रेस (Congress) से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपने ट्विटर बायो से कांग्रेस (Congress) हटा दिया है. सूत्रों के मुताबिक, आरपीएन सिंह बीजेपी (BJP) के टिकट पर पडरौना (Padrauna) सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं. आरपीएन सिंह आज दोपहर ढाई बजे बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करेंगे.
नए अध्याय का आरंभ करेंगे आरपीएन सिंह
आरपीएन सिंह ने ट्वीट किया, ‘आज, जब पूरा राष्ट्र गणतंत्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूं. जय हिंद.’
आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ।
जय हिंद— RPN Singh (@SinghRPN) January 25, 2022
आरपीएन सिंह ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र में लिखा कि मैं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा देता हूं. मुझे राष्ट्र और पार्टी की सेवा का मौका देने के लिए धन्यवाद.
बीजेपी का बड़ा मास्टरस्ट्रोक
गौरतलब है कि यूपी के कुशीनगर और आसपास के इलाके में आरपीएन सिंह का अच्छा खासा प्रभाव है. आरपीएन सिंह का बीजेपी में शामिल होना बड़ा मास्टरस्ट्रोक साबित हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक, आरपीएन सिंह पडरौना सीट पर स्वामी प्रसाद मौर्य को चुनौती दे सकते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य हाल ही में बीजेपी छोड़कर सपा में शामिल हुए हैं.
ओबीसी समाज से आते हैं आरपीएन सिंह
जान लें कि आरपीएन सिंह यूपी के कुशीनगर जिले के रहने वाले हैं. वो यूपीए सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. हैरानी की बात ये है कि यूपी चुनाव के लिए उनका नाम कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल था. आरपीएन सिंह ओबीसी समाज से आते हैं. वो पडरौना विधान सभा सीट से कांग्रेस पार्टी से 1996, 2002 और 2007 में विधायक भी रह चुके हैं. आरपीएन सिंह झारखंड कांग्रेस के प्रभारी रह चुके हैं. इसके साथ ही वो यूपी यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
पूर्व केंद्रीय मंत्री आरपीएन सिंह अब तक कांग्रेस में राष्ट्रीय प्रवक्ता और झारखंड के प्रभारी की जिम्मेदारी निभा रहे थे. आरपीएन सिंह केंद्र में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली सरकार में गृह राज्य मंत्री रहे. वो 2009-2014 तक उत्तर प्रदेश की कुशीनगर लोक सभा सीट से सांसद रहे. साल 2014 और 2019 के लोक सभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
आरपीएन सिंह का नाम अब कांग्रेस छोड़ने वाले उन प्रमुख युवा नेताओं की फेहरिस्त में जुड़ गया है जो कभी राहुल गांधी के करीबियों में शुमार किए जाते थे. इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद बीजेपी में शामिल हो गए तो सुष्मिता देव और अशोक तंवर जैसे कुछ नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया.