दरअसल, राधिका खेड़ा दो दिन पहले ही कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया था. उन्होंने अपने साथ छत्तीसगढ़ में कथित तौर पर दुर्व्यवहार किए जाने और साजिश का आरोप लगाया था.
खेड़ा ने बीते दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि उन्होंने यह मुद्दा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के समक्ष उठाया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई.
उन्होंने कहा था, “मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मेरे खिलाफ साजिश रची जा रही है. मैं लोकसभा चुनाव का मीडिया प्रभारी थी. मेरा लगातार अपमान किया जा रहा था.
बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस की पूर्व नेता राधिका खेड़ा ने कहा, ”रामभक्त होने के नाते, रामलला के दर्शन करने के लिए कौशल्या माता की धरती पर मेरे साथ जिस तरह से दुर्व्यवहार किया गया, अगर ऐसा होता तो मैं यहां तक नहीं पहुंच पाती.” मुझे भाजपा सरकार, मोदी सरकार का संरक्षण नहीं मिला था. आज की कांग्रेस महात्मा गांधी की कांग्रेस नहीं है, यह राम विरोधी, हिंदू विरोधी कांग्रेस है…”