रायपुर: कई दिनों तक चले मंथन के बाद आखिर रविवार को छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री का नाम फाइनल हो गया। भाजपा ने यहां पर सीएम के तौर पर आदिवासी नेता विष्णुदेव साय के नाम पर मुहर लगाई है। इसके साथ ही पिछले कुछ दिनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। भाजपा नेताओं ने बताया कि आज पर्यवेक्षकों की उपस्थिति में पार्टी के नव निर्वाचित विधायकों के दल ने साय को अपना नेता चुना। इस दौरान छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने साय के नाम का प्रस्ताव किया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और वरिष्ठ नेता बृजमोहन अग्रवाल ने उनका समर्थन किया।
विधायक दल की बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और अर्जुन मुंडा भी मौजूद रहे। इसके अलावा छत्तीसगढ़ भाजपा प्रभारी ओम मौजूद भी बैठक में शामिल थे। सुबह करीब नौ बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में विधायकों के साथ मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन होता रहा। इसके बाद विष्णुदेव साय का नाम फाइनल हुआ और दिल्ली से भी उनके नाम पर मुहर लग गई।
मुख्यमंत्री पद के लिए साय के नाम की घोषणा होने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने साय का स्वागत किया। सभी ने उन्हें फूल-मालाएं पहनाईं और बधाइयां दीं। गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं। पिछले चुनाव 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 35 सीट पर सिमट गई है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) राज्य में एक सीट जीतने में कामयाब रही।
छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री बनने पर विष्णुदेव साय ने कहा, “विधायक दल ने मुझे अपना नेता चुना है, इस अवसर पर मैं बहुत आनंदित हूं और मैं पार्टी को धन्यवाद करना चाहूंगा क्योंकि उन्होंने गांव के छोटे से कार्यकर्ता को छत्तीसगढ़ का नेतृत्व करने का मौका दिया है। मैं प्रधानमंत्री मोदी, पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभारी हूं…”
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रेणुका सिंह सरुता ने कहा, ”मुझे बहुत खुशी है कि विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री बनेंगे। छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार किसी किसान परिवार से आने वाले आदिवासी समुदाय के कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है।”