Kashmir News: जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के मुख्य आरोपी यासिर अहमद को गिरफ्तार कर लिया गया है. मर्डर के बाद से ही वह फरार था और शक की सुई भी उसी की ओर घूम रही थी. ADGP मुकेश सिंह ने बताया, रात भर यासिर को खोजने के लिए टीमें लगी रहीं, जिसके बाद उसे कानाचक से गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है.
पुलिस को यासिर की वो डायरी भी मिल गई है, जिसमें उसने मौत से जुड़ी बातें लिखी हैं. पुलिस के मुताबिक, यासिर डिप्रेशन का शिकार था और डायरी में उसने लिखा है कि उसे जिंदगी से नफरत है. जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा, ‘नौकर ही मुख्य आरोपी है. कत्ल का हथियार बरामद कर लिया गया है. एक डायरी भी बरामद हुई है, जिससे पता चलता है कि वह डिप्रेशन का शिकार था.’
रामबन का रहने वाला है यासिर
यासिर अहमद रामबन का रहने वाला है. मर्डर के बाद वह सीसीटीवी में भागता नजर आया था. उसे पुलिस महानिदेशक के घर काम करते हुए 6 महीने हुए थे. जानकारी के मुताबिक वह शुरू से ही उग्र स्वभाव का था. जम्मू-कश्मीर DG जेल की हत्या के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है. पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और चीफ सेक्रेटरी अरुण मेहता भी मौके पर मौजूद हैं और फॉरेंसिक टीम की जांच भी जारी है. पुलिस ने शुरुआती जांच में टेरर एंगल से इनकार किया है.
Jammu | Domestic help is prime suspect, he is on the run. The murder weapon has been recovered. A diary of the accused has also been found, which reflects his depressed mental state. Further investigation is on: Mukesh Singh ADGP Jammu pic.twitter.com/oJzupfIgfU
— ANI (@ANI) October 4, 2022
हेमंत कुमार लोहिया के मर्डर पर दिलबाग सिंह ने कहा, ‘वह कुछ दिनों से अपने दोस्त के घर रह रहे थे. उनके घर में रेनोवेशन चल रहा था. डिनर करने के बाद वह अपने कमरे में चले गए. यासिर अहमद किसी बीमारी में मदद करने के बहाने उनके कमरे में ही था.’
क्या है मामला
सोमवार देर रात जम्मू के बाहरी इलाके में लोहिया के आवास पर उनकी हत्या कर दी गई थी. आतंकी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है. यह घटना ऐसे समय में हुई है जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. ADGP मुकेश सिंह ने बताया कि 1992 बैच के IPS अधिकारी लोहिया (52) शहर के बाहरी इलाके में अपने उदयवाला निवास पर मृत मिले और उनका गला रेता गया था.
उन्होंने कहा कि घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में तेल लगाया होगा, जिनमें सूजन दिखाई दे रही थी. उन्होंने कहा कि हत्यारे ने लोहिया का गला काटने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया और बाद में शव जलाने की भी कोशिश की. एडीजीपी ने कहा कि अधिकारी के आवास पर मौजूद चौकीदारों ने उनके कमरे के अंदर आग लगी हुई देखी. कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ना पड़ा.