अभी और टूटेंगे भाजपा और बसपा के विधायक, 13 एमएलए सपा के संपर्क में

अगर मामला पूरे तरीके से सेट हो गया तो अगले कुछ दिनों में भाजपा और बसपा के एक दर्जन से ज्यादा विधायक समाजवादी पार्टी के झंडे के नीचे आ जाएंगे। ये विधायक पूर्वांचल अवध और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं। इनमें से कुछ विधायक तो ऐसे भी हैं जो तीन सप्ताह पहले दिल्ली में एक पूर्वांचल के सांसद से भी मुलाकात कर चुके हैं। उसके बाद से सभी विधायकों ने समाजवादी पार्टी के नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक अगले कुछ दिनों में बात बनते ही यह लोग समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएंगे।

कई भाजपा विधायक पार्टी में उपेक्षित: सूत्र
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के सात विधायक और बसपा के छह विधायक लगातार समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री इस बात की पुष्टि करते हैं कि सत्ता पक्ष और बसपा के कई विधायक उनकी पार्टी ज्वाइन करने वाले हैं। समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेंद्र चौधरी कहते हैं कि उनकी पार्टी उन सभी लोगों का स्वागत करती है जो समाजवादी पार्टी की विचारधारा से अपना वास्ता रखते हैं। चौधरी कहते हैं कि निश्चित तौर पर समाजवादी पार्टी के संपर्क में बहुत से बड़े नेता हैं। जो जल्द ही उनकी पार्टी में शामिल भी हो जाएंगे।

भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी में खुद को असहज महसूस करने वाले कई विधायक और कई नेता कहते हैं कि उनके पास कोई विकल्प नहीं है। इन नेताओं का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी में उनकी सुनी नहीं जा रही है। जब आपने क्षेत्र की जनता की आवाज ऊपर तक पहुंचाने की कोशिश करते थे तो उनको दरकिनार कर दिया जाता था। इन विधायकों का कहना है कि विधानसभा के चुनाव में वह अपनी जनता के पास किस मुंह से जाएंगे। क्योंकि उनकी समस्याओं का समाधान तो हुआ ही नहीं। ऐसे में उनके पास दूसरी पार्टी में जाने के सिवा और कोई विकल्प नहीं है। भारतीय जनता पार्टी के विधायक ने बताया कि उनके साथ कई और विधायक भी ऐसे हैं जो खुद को पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। हालांकि उनका कहना है कि पिछले सप्ताह भारतीय जनता पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने उनकी समस्या जरूर सुनी थी लेकिन उससे सहमत नहीं है। इसी तरीके से बहुजन समाज पार्टी के एक विधायक ने बताया कि उनके कई नेता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर चुके हैं। इसलिए वह भी अगर सब कुछ ठीक रहा तो पार्टी छोड़ देंगे।
पार्टी विधायकों के सपा में शामिल होने पर भड़कीं मायावती
एक साथ पांच विधायकों के बसपा छोड़ने पर मायावती नाराज हो गई हैं। मायावती ने कहा कि विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही दल बदलूओं का पार्टियों को छोड़कर आने जाने का दौर शुरू हो गया है। वो कहती हैं लेकिन इससे किसी पार्टी का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है बल्कि जो लोग बसपा छोड़कर दूसरी पार्टियों में गए हैं इससे उन पार्टियों का नुकसान ही होगा। मायावती ने समाजवादी पार्टी पर बसपा के विधायकों को तोड़ने और उनसे होने वाले राजनैतिक नफा-नुकसान पर खुलकर हमला किया है। मायावती ने बसपा के कार्यकर्ताओं को ऐसे लोगों की पहचान कर और हम से दूरी बनाने के निर्देश भी दिए हैं। मायावती ने उत्तर प्रदेश में तमाम राजनीतिक पार्टियों के आने को भी बरसाती मेंढक करार दिया। मायावती कहती है कि चुनाव के समय ऐसी कई पार्टियां मैदान में आ जाती हैं जिनका किसी ने नाम तक नहीं सुना होता है। इसलिए उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं और वोटों से ऐसे राजनीतिक दल और ऐसे नेताओं से ना फिर दूरी बनाने की बात कही बल्कि आने वाले विधानसभा के चुनाव में जुटकर बसपा को जिताने के लिए मेहनत करने को कहा है।
भाजपा के कई विधायकों के टिकट कटने के आसार
भारतीय जनता पार्टी के कुछ विधायकों की नाराजगी और पार्टी में असहज महसूस करने के मामले में भाजपा के एक नेता का कहना है कि इतना बड़ा दल है तो नाराजगी और असहजता चलती रहती है। जायज मांगों के लिए पार्टी अपने सभी नेता और कार्यकर्ताओं का न सिर्फ सम्मान करती है बल्कि उनके हक की लड़ाई भी लड़ती है लेकिन जो लोग पार्टी में रहकर भेदभाव करते हैं और पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाने की बजाय उसमें गड़बड़ी करते हैं। ऐसे लोगों को पार्टी बखूबी पहचानती है। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों का कहना है कि आने वाले विधानसभा के चुनावों में इस बार कई विधायकों के टिकट कटने हैं। क्योंकि उनका परफॉर्मेंस उस तरीके का नहीं है जो होना चाहिए था। इस बात का अंदाजा ऐसे विधायकों को भी है। इसीलिए कुछ विधायक अपना नया ठिकाना तलाश भी कर रहे हैं।

 

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